Walnuts Production In India: ड्राई फ्रूट्स सेहत के लिए बेहद लाभदायक होते हैं. लोग मेमोरी बढ़ाने, मसल्स बनाने और खुद एक्टिव, एनर्जी से भरपूर रखने के लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन करते हैं. बहुत सारे लोग होते हैं, जोकि हर दिन बादाम, अखरोट, किसमिस, काजू जैसे सूखे मेवे खाते हैं. ये पोषक तत्वों का खजाना होते हैं. लेेकिन ड्राई फ्रूट्स जितने खाने में अधिक लाभदायक हैं. उतनी ही अच्छी इनसे कमाई भी हो जाती है. अखरोट ऐसा ही ड्राई फ्रूट है. इसकी खेती कर किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. जानने की कोशिश करते हैं कि एक पेड़ से ही किसान भाई कितनी कमाई कर सकते हैं और खेती कैसे होती है.
पहाड़ी इलाकों में होती है खेती
अखरोट की खेती आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में होती है. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में अखरोट के बाग देखने को मिलते हैं. समतल एरिया में अखरोट उतना अच्छा नहीं हो पाता हैं. इसकी खेती के लिए ठंडे ओर गर्म दोनों ही जलवायु ठीक रहती है. 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान इसकी खेती के लिए अच्छा माना गया है. ये अधिकतम तापमान 35 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस ठीक रहता है.
3 महीने में नर्सरी में तैयार हो जाते हैं पौधे
अखरोट की रोपाई करने से पहले इसके पौधे को नर्सरी में तैयार किया जाता है. यहां इसे तैयार करने में ग्राफ्टिंग विधि अपनाई जाती है. इनको तैयार होने में 2 से 3 महीने का वक्त लगता है. दिसंबर या जनवरी में अखरोट का पौधा खेतों में उगाया जाता है.आमतौर पर इसके पेड़ की ऊंचाई 40 से 90 फीट तक हो सकती है.
एक पेड़ से इतनी हो जाती है कमाई
अखरोट का एक पेड़ ही मोटी कमाई करा देता है. जानकारों का कहना है कि आमतौर पर सीजन में अखरोट के एक पेड़ पर 40 से 50 रुपये प्रति किलो तक पैदावार मिलती है. मार्केट में अखरोट 700 से 1000 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकता है. एक पेड़ से 30 हजार से 35 हजार तक कमाई हो जाती है.
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