Cyclone Mocha Effects: खेती में मिटटी और मौसम का सबसे बड़ा योगदान है. यदि जमीन उर्वरक नहीं है तो फसलें नहीं हो पाती हैं. वहीं, फसलों की अच्छी पैदावार हो गई है या तैयारी चल रही है और मौसम खराब हो जाए तो अच्छी फसल बर्बाद हो जाती है. ऐसे में किसान किसी भी फसल की पैदावार होने या कटाई के वक्त मौसम के रुख को भांपता रहता है. आजकल एक और खतरा किसानों के लिए बना हुआ है. भारत मेें आ रहे साइक्लोन मोचा ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. इस साइक्लोन का असर देश के अलग अलग राज्यों में देखने को मिल रहा है. जानने की कोशिश करते हैं कि साइक्लोन मोचा का असर अलग अलग राज्यों में क्या दिख सकता है?


दिल्ली में ये रहेगी स्थिति


साइक्लोन मोचा का प्रभाव दिल्ली में देखने को मिल सकता है. आसमान में बादल बने रह सकते हैं. हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग के अनुमान अनुसार, दिल्ली का तापमान अगले कुछ दिनों तक 21 से 35 डिग्री सेल्सियस बना रह सकता है. हालांकि बीच बीच में लू का असर भी दिल्लीवासियों को झेलना पड़ सकता है. 


इन राज्यों में ये रहेंगे हालात


पंजाब, हरियाणा को लेकर भी मौसम विभाग का पूर्वानुमान सामने आया है. मौसम विभाग ने बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है. भारत के दक्षिणी राज्य केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी मेें भी आसमान में बादल बने रहेंगे. इस दौरान कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. 


उत्तर प्रदेश में बढ़ सकती है गर्मी


उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों तक आसमान में बदलाव बने रह सकते हैं, जबकि कुछ दिनों बाद भीषण गर्मी पड़ सकती है. राज्य में तापमान 23 डिग्री सेल्सियस से 39 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. मौसम विभाग ने लोगो को गर्मी से बचाव करने के लिए अलर्ट किया है. हालांकि बारिश अधिक न होेने से उत्तर प्रदेश के किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. 


बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाएं


मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी से चक्रवाती हवाएं उठना शुरू हो जाएंगी. यह हवा तूफान में बदल सकती है, इसलिए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. यह तूफान मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर आने की आशंका है. तूफान की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक नापी गई है.


ये भी पढ़ें: Lychee Production: लीची पर मौसम की मार, इस वजह से किसानों को हो रहा लाखों का नुकसान