Weather Forecast: खेती-किसानी के दौरान मौसम आर तापमान का खास महत्व है. मौसम की सही जानकारी हो तो किसान समय से पहले ही फसल में होने वाले नुकसान को रोक सकते हैं. यही वजह है कि रोजाना भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से एग्रोमेट एडवायजरी जारी की जाती है, जिसका उद्देश्य किसानों तक मौसम संबंधी हर छोटा-मोटा अपडेट पहुंचाना है. इसमें मौसम आधारित सलाह (Agromet Advisory) भी शामिल होती है. इन दिनों सर्दियां अपने पीक पर है. देश के ज्यादातर इलाकों में शीतलहर का दौरा जारी है.
इसी बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है. उत्तर प्रदेश और बिहार के ज्यादातर इलाकों मे घना कोहरा रहने के आसार है.
हिमाचल प्रदेश में बिजली की चमक के साथ शीतलहर चलने के आसार हैं. पंजाब में भी दिन का तापमान ठंडा रहने की संभावना है. यह एडवायजरी आने वाले दो दिनों के लिए जारी की गई है.
कहां बरसेंगे बादल
मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर आधारित डीडी किसान के मौसम अपडेट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों में बरसात और बर्फबारी की संभावना जताई गई है. इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, बिहार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी छिटपुट बारिश का अनुमान है. ऐसे में किसानों को खासतौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है.
तापमान में रहेगी गिरावट
जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में अगले 4 दिन का न्यूनतम तापमान -3 से -5 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. यहां के ज्यादातर इलाकों में बारिश के साथ-साथ बर्फबारी के आसार हैं.
- हिमाचल प्रदेश के शिमला में भी अधिकतम तापमान 10 से 14 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान -3 डिग्री सेल्सियल रहेगा. यहां भी बादल छाए रहने का अनुमान है.
- हरियाणा के कुरुक्षेत्र और करीबी एरिया में गुरुवार को छिटपुट बारिश के आसार है. साथ ही शनिवार तक यहां कोहरा पड़ने की भी संभावना जताई जा रही है.
- उत्तर प्रदेश का वाराणसी और आस-पास के इलाकों में में भी शनिवार तक कोहरा छाए रहने के आसार है. यहां दिन का तापमान ठंडा रहेगा.
मौसम को ध्यान में रखते हुए करें कृषि कार्य
अगले 2 से 3 दिन तापमान में कंपकंपाहट बनी रहेगी, इसलिए किसानों को भी सावधान रहने और खेतों की लगातार निगरानी करने की सलाह दी जा रही है.
- इस बीच बिहार के किसान मक्के के खेत में सिंचाई और उर्वरक प्रबंधन कर लें.
- गेहूं की फसल में शाम के समय सिंचाई और उर्वरकों का छिड़काव कर सकते हैं.
- आलू के खेत में शाम के समय हल्की सिंचाई और पाले से फसल के बचाने के लिए गंधक का भी छिड़काव कर सकते हैं.
- सब्जी फसलों को कीटों से बचाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव करें और पाले से बचाव के लिए लो टनल में खेती करना फायदेमंद रहेगा.
- सरसों की पछेती फसल में भी लगातार निगरानी करते रहें. नुकसान की संभावना दिखने पर विशेषज्ञों की सलाह अनुसार प्रबंधन कार्य भी कर लें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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