Wheat Crop Cultivation: देश में Rabi Crop की बुवाई शुरू हो गई है. किसान बंपर पैदावार पाने के लिए उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग कर रहे हैं. साइंटिस्ट भी अच्छी प्रजाति के गेहूं का नाम सुझा रहे हैं. देश के अलग अलग स्टेट में किसान रबी सीजन की फसल बो रहे हैं. प्रदेश सरकारें भी किसानों की मदद कर रही हैं. किसानों को सब्सिडी पर गेहूं दिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में गेहूं के बीज को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर दिया जा रहा है. किसान ब्लॉक एवं बीज भंडार केंद्रों पर पहुंचकर बीज ले रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि स्टेट गवर्नमेंट की ओर से उपलब्ध कराए जा रहे बीज अच्छी किस्म के हैं. किसान इन्हें बोकर बंपर पैदावार ले सकते हैं. 


इV वैरायटी के बीज उपलब्ध
प्रदेश सरकार सभी जिलों के ब्लॉकों में अलग अलग वैरायटी के बीज उपलब्ध करा रही है. इनमें पीडब्ल्यू 752, पीडब्ल्यू 723 और डीबी डब्ल्यू 173 बीज उपलब्ध हैं. अगर बात अकेले उत्तर प्रदेश की करें तो यहां के जिले बंदायू में 2.5 लाख हेक्टेयर में खेती होनी है. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट किसानों ने 50 प्रतिशत सब्सिडी पर गेहूं का बीज देना शुरू कर दिया है. इस जिले के बीज भंडार केंद्र में 5200 क्विंटल बीज अलग अलग वैरायटियों का पहुंच गया है. किसानों को इस बीज को देना भी शुरू कर दिया गया है. हालांकि बीज देने के लिए प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए कुछ शर्ते तय कर दी हैं. यदि किसान उन शर्ताें का पालन नहीं करता है तो किसान को बीज नहीं मिलेगा. इसके लिए किसानों को सबसे पहले पंजीकरण कराना होगा. यदि किसान का पंजीकरण नहीं है तो उसे बीज नहीं मिलेगा. पंजीकरण के लिए किसान का आधार कार्ड, खतौनी, बैंक पासबुक व मोबाइल नंबर देना हेागा. 


ये तय किया गया बीजों का भाव
प्रदेश सरकार ने बीजों के भाव भी तय कर दिए हैं. प्रमाणिक बीजों के भाव 3820 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है, जबकि आधारीय बीज 4025 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाना है. किसान इसी हिसाब से बीजों को दे रहे हैं. किसाना भी ब्लॉकों में बीज खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी किसान गवर्नमेंट रेट से बीज खरीद रहे हैं. किसान लोकेश चौहान ने बताया कि स्टेट गवर्नमेंट के बीजों के दाम सस्ती दरों पर हैं. इससे किसानों को लाभ होगा. 


अगैती गेहूं भी बो रहे किसान
खरीफ सीजन में बाढ़, बारिश और सूखे ने किसानों केा काफी परेशान किया है. किसानों की करोड़ों रुपये की पफसल बर्बाद हो गई है. हालांकि बारिश अधिक होने से किसानों के लिए एक बात अच्छी हो गई है कि जमीन में नमी काफी हो गई है. इससे रबी फसलों की बुवाई आसान हो गई है. उत्तर प्रदेश में किसान इसी कारण रबी फसलों की बुवाई में दिलचस्पी ले रहे हैं. वहीं, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट, उत्तराखंड समेत अन्य स्टेट में भी फसलों की बुवाई चल रही है.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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