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Wheat Cultivation: स्टेट गवर्नमेंट ने जारी किए आंकड़े... गेहूं की खेती का रकबा ढाई लाख हेक्टेयर बढ़ा, किसानों की बढ़ेगी इनकम
बिहार में गेहूं बुआई के रकबे में ग्रोथ दर्ज की गई है. इस साल ढाई लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में बुवाई की गई है. वहीं देश में भी गेहूं बुआई का एरिया लगातार बढ़ता जा रहा है.
![Wheat Cultivation: स्टेट गवर्नमेंट ने जारी किए आंकड़े... गेहूं की खेती का रकबा ढाई लाख हेक्टेयर बढ़ा, किसानों की बढ़ेगी इनकम Wheat cultivation area has increased by 2.5 lakh hectares in Bihar Wheat Cultivation: स्टेट गवर्नमेंट ने जारी किए आंकड़े... गेहूं की खेती का रकबा ढाई लाख हेक्टेयर बढ़ा, किसानों की बढ़ेगी इनकम](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/07/6194bba50f544c3c08bf3b472f51b7ca1667822316413211_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Wheat Cultivation In Bihar: पिछला साल गेहूं उत्पादन के मामले में उतना बेहतर नहीं रहा हो, लेकिन इस बार गेहूं उत्पादन पर केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारों की निगाहें टिकी हुई हैं. स्टेट से केंद्र को जो रिपोर्ट जा रही हैं. उसमें गेहूं बुआई में रिकॉर्ड बनता दिख रहा है. एक, दो स्टेट को छोड़ दें तो सभी स्टेटों में गेहूं बुआई का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. बिहार राज्य से भी गेहूं बुआई के अच्छे आंकड़े सामने आए हैं. राज्य सरकार की रिपोर्ट में सभी जिलों की स्थिति गेहूं बुआई में बेहतर है.
ढाई लाख हेक्टेयर बढ़ा गेहूं बुआई का रकबा
बिहार में गेहूं बुआई का रकबा बढ़ा है. एग्रीकल्चर एक्सपर्ट का कहना है कि खरीफ सीजन के लास्ट में जो बारिश हुई थी. उसका फायदा गेहूं की पफसल को मिला है. दरअसल, अभी तक भूमि में नमी का लेवल बढ़िया बना है, जो गेहूं बुआई में मददगार है. राज्य सरकार के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के आंकड़ों को देखें तो पिछले साल इसी अवधि तक 22 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई थी. यह इस बार बढ़कर साढ़े 24 लाख हेक्टेयर हो गई है. गेहूं की बुआई अधिक होने का सीधा फायदा किसानों को मिलेगा. उनकी इनकम बढ़ेगी.
पिछले साल जिलों में बुआई, उत्पादन की ये रही स्थिति
पिछले साल की गेहूं बुआई और उत्पादन को नजर में रखकर स्टेट गवर्नमेंट इस साल कार्रवाई में जुटी है. रोहतास में 193284 हेक्टेयर में खेती हुई, 688160 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ, रोहतास गेहूं उत्पादन में शीर्ष पर रहा. इसके बाद मुजफ्फरपुर में 126000 हेक्टेयर में खेती और उत्पादन 389440 मीट्रिक टन हुआ. औरंगाबाद में 100732 हेक्टेयर गेहूं बुआई हुई, उत्पादन 228954 मीट्रिक टन हुआ. ईस्ट चंपारण में 118283 हेक्टेयर में गेहूं बोया गया. प्रोडक्शन 302638 मीट्रिक टन हुआ. भभुआ में गेहूं बुआई का एरिया 109802 हेक्टेयर रहा, वहीं उत्पादन 335184 मीट्रिक टन रहा. सबसे खराब स्थिति पूर्णिया जिले की रही. यहां 11953 हेक्टेयर में गेहूं बोया गया. मगर महज उत्पादन 38907 मीट्रिक टन रहा. अरहरिया में गेहूं 13945 हेक्टेयर में बोया गया. उत्पादन 39509 मीट्रिक टन हुआ. कटिहार में 16404 हेक्टेयर में बुआई हुई. उत्पादन 44148 मीट्रिक टन रहा.
देश में गेहूं बुआई ये रही स्थिति
हाल में केंद्र सरकार का गेहूं बुआई का जो आंकड़ा सामने आया था. उसके अनुसार देश में गेहूं बुआई का एरिया 552.28 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 578.10 लाख हेक्टेयर हो गया है. अकेले गेहूं का एरिया 278.25 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 286.5 लाख हेक्टेयर हुआ है. वहीं राज्यों में बुआई की स्थिति देखें तो इस साल दो राज्य महाराष्ट्र और हरियाणा में बुआई कम हुई है. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड और कर्नाटक में गेहूं बुआई में ग्रोथ देखने को मिली है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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