Wheat cultivation In India: देश में अनाज भंडारण और पैदावार को लेकर आने वाले सालों में कोई संकट नहीं है. गेहूं की बुआई के जो आंकड़ें सामने आ रहे हैं. आंकड़ों ने सरकार और देश के आमजन को काफी हद तक राहत दी है. केंद्र सरकार के रिकॉर्ड के अनुसार, देश में अभी तक गेहूं की रिकॉर्ड बुवाई हो चुकी है. अच्छी बात यह है कि देश के अधिकांश हिस्सों में अभी भी किसान गेहूं की बुआई कर रहे हैं. 


देश में 3.32 करोड़ हेक्टेयर में हुई बुवाई


पिछले साल गेहूं बुवाई की स्थिति उतनी बेहतर नहीं रही थी. रकबा भी कम था. वहीं, उपज के मामले में भी पिछला साल कुछ खास कमाल नहीं कर सका था. अधिक लू चलने के कारण पैदावार पर प्रभाव पड़ा था. लेकिन इस साल गेहूं की बुआई को लेकर स्थिति एकदम अनुकूल बनी हुई हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि रबी फसलों की बुआई अंतिम चरण में हैं. देश में सर्वाधिक क्षेत्र में गेहूं बोया गया है. इस साल गेहूं का रकबा पिछले कई सालों के उच्चतम स्तर 3.32 करोड़ हेक्टेयर पर पहुंच गया है. 


लक्ष्य से भी अधिक पैदा हो सकता है गेहूं


देश में आलू और गेहूं की बुआई अभी भी चल रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगैती आलू और पछैती गेहूं की बुआई देश के कई राज्यों में चल रही है. यह देश के अधिकांश राज्यों में रह सकती है. पिछले साल गेहूं की पैदावार का निर्धारित लक्ष्य 11.20 करोड़ टन रखा गया था. इस साल इस निर्धारित लक्ष्य से अधिक गेहूं होने की उम्मीद है. विशेषज्ञों का कहना है कि खरीफ सीजन के आखिर में बारिश होने के कारण इस बार मौसम में नमी अधिक बनी हुई है. जाड़े का मौसम भी कुछ लंबा रहेगा. गेहूं की बुआई के लिए मौसम बेहतरीन होगा. लिहाजा किसान भी विशेषज्ञ और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारियों से राय लेकर अपने खेतों में गेहूं की बुआई कर रहे हैं. 


पिछले दो सालों में इतने हेक्टेयर में हुई थी गेहूं की बुवाई


पिछले सालों से लगातार गेहूं बुवाई का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. वर्ष 2020 में 3 करोड़ हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. वर्ष 2021 में गेहूं बुवाई का आंकड़ा बढ़कर 3.15 करोड़ हेक्टेयर हो गया है. इस साल तेजी से गेहूं बुवाई का आंकड़ा बढ़ा है. अभी तक 3.32 करोड़ हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई की जा चुकी है. अभी रकबा और अधिक बढ़ने की उम्मीद है. 


दलहन, तिलहनी फसलों की इतनी हुई बुवाई


दलहन और तिलहनी फसलों की बुवाई पर भी केंद्र सरकार नजरें बनाए हुए है. चालू सीजन में दलहनी फसलों की बुवाई 1.58 करोड़ हेक्टेयर में हो चुकी है. पिछले साल इस समय तक 1.56 करोड़ हेक्टेयर में बुआई हो सकी थी. चना की बुवाई पिछले साल के 1.09 करोड़ हेक्टेयर की तुलना में 1.07 करोड़ हेक्टेयर हो गई है. इस साल चने के रकबे में कमी दर्ज की गइै है. वहंी, तिलहनी फसलों का रकबा बुवाई के मामले में बढ़ गया है. पिछले साल 97.66 लाख हेक्टेयर में तिलहनी पफसलों की बुवाई हुई थी. इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 1.05 करोड़ हेक्टेयर हो गया है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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