Wheat Procurement In Rajasthan: देश में गेहूं की कटाई तेज हो गई है. किसान गेहूं लेकर मंडी में बेचने के लिए जा रहे हैं. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में गेहूं खरीद की कार्रवाई शुरू हो चुकी है. राज्य सरकार किसानों की गेहूं खरीद की हर संभव कोशिश कर रही है. काफी संख्या में किसान गेहूं को मंडी मेें लेकर पहुंच चुके हैं. वहीं राज्य सरकार के निर्देश पर मंडी अधिकारी जल्द से जल्द गेहूं खरीद में जुटे हुए हैं. लेकिन अब इस राज्य से गेहूं खरीद को लेकर राहत की खबर नहीं है. यहां बारिश पड़ने से किसानों को खासा नुकसान हुआ है. 


राजस्थान में ओलावृष्टि होने से हुआ नुकसान


राजस्थान में बारिश होने से किसानों को नुकसान हुआ है. दरअसल, सोमवार तक आसमान साफ था. लेकिन मंगलवार को हालात एकदम बदले और काले बादल छा गए. तेज हवा के साथ ओलावृष्टि होने से किसानों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है. खेतों में पड़ा गेहूं भी भग गया है. 


मोहनगढ़ इलाके में सबसे अधिक गेहूं प्रभावित


मीडिया रिपेार्ट के अनुसार, जैसलमेन के मोहनगढ़ इलाके में किसानों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है. यहां मंडियों में रखा गेहूं, ईसबगोल भी बारिश की चपेट में आ गई है. गेहूं अधिक भीगने से इसका असर गेहूं की क्वालिटी पर देखने को मिल सकता है. वहीं, किसानों का कहना है कि बारिश मंे गेहूं भीगने से मंडी में बिकने की संभावना बहुत कम है. इससे गेहूं की क्वालिटी भी बहुत अधिक डाउन हो जाएगी. कर्जा लेकर खेती की, ऐसे में नुकसान होने से किसान परेशान है. सुल्ताना, रामगढ़, नेहड़ाई, सुथारवाला और मोहनगढ़ में अधिक बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हुआ है. 


इस साल देश में कम हो रही गेहूं खरीद


आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं खरीद की रफ्तार कुछ सुस्त देखने को मिल रही है. 16 अप्रैल तक देश में 41 लाख टन गेहूं खरीद पहुंची है. एक साल पहले इस समय तक 50 लाख टन गेहूं खरीद हुई थी. गेहूं खरीद के मौजूदा आंकड़ें देखकर खुद केंद्र सरकार परेशान है. हालांकि आने वाले दिनों में गेहूं खरीद में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है. 


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