Wheat Procurement: गेहूं खरीद के लिए तैयार रहे व्यापारी... FCI कल करेगा ई-नीलामी से बिक्री
देश में बढ़ रही गेहूं और आटे की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है. दामों पर नियंत्रण पाने के लिए एफसीआई हर बुधवार को गेहूं बिक्री की ई-नीलामी करती है.
Wheat Procurement In India: देश में गेहूं की कीमत करने के लिए केंद्र सरकार के स्तर से हर संभव कोशिश की जा रही है. गेहूं की कीमतें घटी तो इसका असर आटे की कीमतों पर भी पड़ेगा. आटे के भाव भी कम हो जाएंगे. इसके लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर एफसीआई देश के विभिन्न राज्यों में गेहूं बिक्री करने में जुटी हुई है. गेहूं की सही तरह से बिक्री हो रही है या नहीं. इसकी शीर्ष स्तर से मॉनीटरिंग की जा रही हैं. खुद गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में गठित कमेटी इस पूरी गेहूं खरीद की मॉनीटरिंग कर रही है.
एफसीआई बुधवार को करेगा गेहूं की ई-नीलामी
देश में गेहूं की बढ़ती कीमतों को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्र सरकार ने बाजार में 30 लाख टन गेहूं उतारने की योजना बनाई है. लेकिन इसमें यह भी सुनिश्चित करना है कि गेहूं सीधे तौर पर आम आदमी को भी मिले. ऐसा न हो कि बड़े कारोबारी गेहूं खरीदकर स्टॉक कर लें. इसी को देखते हुए पफूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानि एपफसीआई के स्तर से देश में गेहूं की ई-नीलामी की जा रही है. एफसीआई हर बुधवार को गेहूं की ई-नीलामी करेगा. कल बुधवार है. इस दिन देश के अलग अलग राज्यों में गेहूं की बिक्री की जानी है. गेहूं कारोबारियों को तैयार रहने की जरूरत है.
पहले सप्ताह बेचा था 9.2 लाख मीट्रिक टन गेहूं
पिछले बुधवार को भी देश के अलग अलग राज्यों में गेहूं की ई-नीलामी की गई थी. रिपोर्ट के अनुसार, एफसीआई की ई-नीलामी में देश भर के अलग अलग राज्यों में 1150 बिडर्स ने भाग लिया. करीब 9.2 लाख मीट्रिक टन गेहूं छोटे, मझले और बड़े गेहूं कारोबारियों को बेचा गया. पहले सप्ताह में सबसे ज्यादा बिडर्स 100 से 499 मिलियन टन की सीमा में रहे. इसके बाद 500-1,000 मिलियन टन गेहूं खरीद के लिए व्यापारी मौजूद रहे. उसके बाद 50-100 मिलियन टन गेहूं की मांग की गई. 3000 मिलियन टन की अधिकतम मात्रा में केवल 27 बिडर्स ने ही बोलियां लगाईं.
आमजन को 29.5 रुपये प्रति किलो मिलेगा आटा
एफसीआई ने ई-नीलामी से 25 लाख मीट्रिक टन में से 22 लाख मीट्रिक टन गेहूं की पेशकश की है. वहीं कुल 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं बाजार में उतारा जाएगा. लेकिन केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि आमजन को विभिन्न आउटलेट पर उपलब्ध कराया जाने वाला आटा 29.5 रुपये प्रति किलो की दर से होगा. इससे महंगे दामों पर किसी को आटा नहीं बेचा जाएगा. बता दें कि अभी तक देश के अलग अलग राज्यों में गेहूं की कीमत ही 40 से 50 रुपये प्रति किलो बनी हुई हैं. ऐसे में आटे की कीमत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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