Wheat Procurement: गेहूं खरीद के बाद 72 घंटे में भेजा 933 करोड़ रुपये, खाते में पैसा देख खुश हुए किसान
प्रदेश के अलग अलग राज्यों में गेहूं खरीद शुरू हो गई हैं. हरियाणा में गेहूं खरीद शुरू हो गई है. यहां 81 हजार से अधिक किसानों के खाते में 933 करोड़ रुपये भेज दिए हैं.
Wheat Procurement In Haryana: देश में एक ओर जहां गेहूं कटाई तेज हो गई है. वहीं, किसानों गेहूं बेचने को लेकर दर दर न भटके. गेहूं खरीद भी शुरू कर दी गई है. मौजूदा समय में देश के कई राज्यों में गेहूं खरीद की जा रही है. किसानों को एमएसपी के दामों पर पैसा फटाफट किसानों के खाते में भेजा जा रहा है. हाल में पंजाब सरकार की ओर से किसानों के खाते में धनराशि भेजी गई थी. अब हरियाणा सरकार के स्तर से किसानों का पैसा उनके खाते में भेजा जा रहा है.
72 घंटे में भेज दिया 932 करोड़ रुपये
केंद्र सरकार के निर्देश पर गेहूं खरीदने वाली एजेंसियों ने गेहूं खरीद के नियमों में ढील कर दी है. इसका असर जमीन पर भी देखने को मिल रहा है. राज्य सरकारों के स्तर से गेहूं खरीद तेज कर दी गई हैं. हरियाणा में गेहूं खरीद के आंकड़ों के अनुसार, यहां एमएसपी पर 81381 किसानों ने अपनी फसल बेच दी है. इन किसानों के खाते में 932.64 करोड़ रुपये भेज दिया गया है. इन किसानों के खाते में धनराशि 72 घंटे में ही भेजी गई है.
17 अप्रैल को होगा 317 करोड़ का पैमेंट
राज्य सरकार किसानों के खाते में धनराशि जारी करने में जुटी हुई है. 24624 किसानों के खातों में 317.22 करोड़ रुपये पैमेंट करने के लिए फाइल जनरेट कर दी गई है. यह भुगतान 17 अप्रैल को होगा. राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है किसानों को भुगतान तय समय सीमा के भीतर ही किया जा रहा है.
गेहूं खरीद के लिए 2125 रुपये एमएसपी तय
राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसानों को एमएसपी की निर्धारित धनराशि हर हाल में दी जाएगी. मुख्यमंत्री के आदेश पर किसानों के खाते में पैसा भेजने में तेजी बरती जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि गेहूं बेचने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. किसान 2023-24 सीजन में 2125 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं बेच सकेंगे.
408 मंडियों में हो रही गेहूं खरीद
हरियाणा में गेहूं, जौ और चना की खरीद 1 अप्रैल 2023 से शुरू कर दी गई है, जबकि सरसों 20 मार्च से खरीदी जा रही है. गेहूं खरीद को लेकर मानक थोड़े कड़े थे, इसलिए 10 अप्रैल तक गेहूं खरीद नहीं हो पा रही थी. अब ढील मिलने के बाद खरीद शु़रू कर दी गई है. अलग-अलग मंडियों में खाद्य आपूर्ति, हैफेड, हरियाणा वेयरहाउस कारपोरेशन और एफसीआई गेहूं खरीद कर रही हैं. राज्य में गेहूं के लिए 408 मंडियां, सरसों के लिए 103 मंडियां, जौ के लिए 25 मंडियां और चना के लिए 11 मंडियां स्थापित की हैं.
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