Crop Cultivation: धान की पैदावार घटी तो इन 5 राज्यों में गेहूं का रकबा बढ़ गया केंद्र सरकार ने उठाये ये कदम
देश में धान की पैदावार में जहां कुछ गिरावट देखने को मिली. वहीं, रबी फसलों की बुआई से राहत भरी खबर है. ऑवर ऑल रबी प्रॉडक्शन में भारत में ग्रोथ देखने को मिली है
Crop Cultivation In India: देश में रबी फसलों की बुआई चल रही है. जिन किसानों ने रबी फसलों की बुआई नहीं की है. ऐसे किसान बाजार और सरकारी केंद्रों पर रबी फसलों के बीजोें की खरीदारी कर रहे हैं. रबी पफसलों की पैदावार का आंकड़ा केंद्र सरकार के स्तर से जुटाया जा रहा है. जहां खरीफ उत्पादन में कुछ फसलों ने निराश किया. देश के कुछ राज्यों में खरीफ सीजन की धान समेत अन्य पैदावार घट गई. रबी सीजन की पैदावार के आंकड़ों ने केंद्र व राज्य सरकार को राहत दी है.
इन 5 राज्यों में घटा धान का उत्पादन, गेहूं का बढ़ा
पिछले साल के सापेक्ष इस साल धान की खरीद कम दर्ज की गई. हालांकि उपज घटने के पीछे वजह सामने आईं. उनमें खासतौर पर बाढ़, बारिश और सूखा रहीं. केंद्र सरकार के आंकड़ों को देखें तो वर्ष 2022-23 में खरीफ सीजन में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और पंजाब में धान का उत्पादन कम हो गया. जबकि इन राज्यों मेें गेहूं का बढ़ा हुआ रकबा दर्ज किया गया है. इस साल इन राज्यों मेें 68 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई है. यह पिछले साल की अपेक्षा अधिक है.
गेहूं बुआई का रकबा 25 प्रतिशत बढ़ा
वर्तमान आंकड़े को देखें तो 9 दिसंबर तक पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले देश में गेहूं की बुआई का 25 प्रतिशत तक रकबा बढ़ गया है. ऑवर ऑल रबी फसलों का एरिया देखें तो पिछले साल के सापेक्ष 15 प्रतिशत अधिक बुआई की गई है. इसके अलावा दलहन, तिलहन और मोटे अनाज के उत्पादन में भी बढ़ावा देखने को मिला है. अधिकारियों का कहना है कि खरीफ सीजन में जहां धान समेत अन्य फसलों के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई. सूखे के कारण ऐसे हालात बने. वहीं, रबी सीजन में बंपर अनाज की पैदावार के अच्छे रिजल्ट सामने आ रहे हैं.
गेहूं करेगा धान की कमी की भरपाई
मानसून की कमी के कारण इन राज्यों में धान की पैदावार में कमी देखने को मिली थी. लेकिन इस सीजन में गेहूं के मामले में ये राज्य भरपाई कर सकते हैं. अधिकारियों का कहना है कि जितनी पानी की जरूरत धान को होती है. उतनी गेहूं को जरूरत नहीं पड़ती. ग्राउंड वाटर की मदद से सिंचाई की जा सकती है. एग्रीकल्चर मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2022-23 में खरीफ फसलों की पैदावार में 4 प्रतिशत की गिरावट देखने केा मिली है. वहीं, धान के मामले में देखे तो यह गिरावट 6 प्रतिशत तक है. ऑवर ऑल देखें तो सभी तरह के खरीफ अनाजों का उत्पादन वर्षा 2022-23 मेें 150 मिलियन टन था, जोकि वर्ष 2021-22 में 156 मिलियन टन रहा. यदि धान की स्थिति देखें तो वर्ष 2021-22 के सापेक्ष वर्ष 2022-23 में 7 मिलियन टन की गिरावट देखने को मिली है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.