Wheat Cultivation: रबी फसलों में गेहूं का 'राज', 300 से अधिक हेक्टेयर इस फसल का रकबा
देश में गेहूं की बुवाई का उत्पादन बढ़ा है. पिछले साल के मुकाबले इस साल रबी फसलों में दायरा 24 लाख हेक्टेयर तक बढ़ गया है. जबकि देश का कुल रकबा करीब 300 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में है.
Rabi Crop: रबी फसलों की बुवाई का समय है. किसान बाजार व सरकारी केंद्रों पर जाकर बीज खरीद कर रहे हैं. सरकारी भी रबी फसलों के उत्पादन के आंकड़े जुटा रही है. केंद्र सरकार के रिकॉर्ड में सामने आया है कि देश में हर साल की तरह गेहूं का उत्पादन सबसे ज्यादा हो रहा है. पिछले कुछ सालों में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है. इसके बाद अन्य फसलों की बुवाई हो रही हैं. पिछले साल के मुकाबले इस साल रबी उत्पादन का रकबा 24 हेक्टेयर तक बढ़ गया है. केंद्र सरकार और स्टेट गवर्नमेंट एग्रीकल्चर ग्रोथ के बढ़ते आंकड़े को देखकर खुश हैं.
रबी फसलों में गेहूं का राज
देश में फसल उत्पादन का हिसाब केंद्र सरकार रखती है. मौजूदा समय में रबी सीजन चल रहा है. किसान खेतों में रबी की फसलों को बो रहे हैं. केंद्र सरकार के रिकॉर्ड में ही रबी फसलों में गेहंू का राज है. देश में गेहू फसल का रकबा 304 लाख हेक्टेयर है यानि इतने हेक्टेयर में गेहूं को बोया जा सकता है. वहीं, धान 45 लाख हेक्टेयर और दलहनी फसलों का एरिया 150 लाख हेक्टेयर है. इसके अलावा रबी सीजन में अन्य फसलों की बुवाई बेहद सीमित है.
केंद्र सरकार की समीक्षा में ये आया सामने
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रबी फसलों के आंकड़ों की समीक्षा की थी. समीक्षा में सामने आया पिछले साल की अपेक्षा इस साल रबी की फसल के क्षेत्रफल में 24.13 लाख हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पिछले साल इसी पीरियड में 138.35 लाख हेक्टेयर की तुलना में अभी तक गेहूं की 152.88 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई है. गेहूं की फसल में पिछले साल की तुलना में 14.53 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है. ये पिछले चार वर्षों से अब तक सबसे अधिक है.
24 लाख हेक्टेयर में हुई बढ़ोत्तरी
रिकॉर्ड के अनुसार, 25 नवम्बर, 2022 तक रबी फसलों के तहत होने वाली बुवाई का कुल क्षेत्रफल 358.59 लाख हेक्टेयर था. पिछले साल इसी पीरियड में 334.46 लाख हेक्टेयर था. रबी क्षेत्र में पिछले साल की तुलना में 24.13 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है. केंद्र सरकार का कहना है कि अनाज का भरपूर स्टॉक मौजूद हैं. किसी को भी स्टॉक करने की जरूरत नहीं है. इस साल भी रबी फसलों की बुवाई भी बड़े एरिया में हुई है. अगले साल भी अनाज की कोई किल्लत नहीं होगी.