Stubble Management: खरीफ की फसल कटकर मंडी पहुंच चुकी है फसलों का अवशेष खेतों में पड़ा हुआ है इसी पराली को जलाने की फिराक में काफी किसान है लेकिन स्टेट गवर्नमेंट भी अलर्ट है यदि कोई किसान पराली जलाते मिला तो उसके खिलाफ पॉल्यूशन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. गवर्नमेंट के सख्त आदेश है कि ऐसे किसानों के खिलाफ जुर्माना लगाया जाए. हालांकि स्टेट गवर्नमेंट पराली से होने वाले नुकसान के बारे में भी किसानों को अवैध कर रही है लोगों को बता रही हैं कि पराली जलाने से जहां एक तरफ इसमें लोगों का दम घुटता है वही भूमि की उपजाऊ क्षमता कम हो जाती है


इतना लगेगा जुर्माना
Haryana Government ने Agriculture and farmer welfare department ने पराली जलाने वाले किसानों खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. खेत में फसल अवशेष जलाने पर दो एकड़ तक 2500 रुपये, 2 से 5 एकड़ तक 5000 रुपये व इससे अधिक जलाने पर 15000 रुपये जुर्माने का प्रावधान का प्रावधान किया गया है. लास्ट ईयर धान के सीजन में फसल अवशेष जलाने पर 61 चालान हुए. एक लाख 52 हजार 500 रुपये जुर्माना किया गया.


4 राज्यों में जलती मिली है पराली
सेंट्रल गवर्नमेंट की रिपोर्ट के मुताबिक 15 सितंबर से 5 अक्टूबर तक पंजाब में इस साल यानी 2022 में 545 मामले पराली जलाने के रिकॉर्ड किए गए हैं. अमृतसर में सबसे ज्यादा 390 और तरणतारण में 80 केस सामने आए हैं, जबकि वर्ष 2021 में में इसी दौरान 278 जगह पर पराली जलाने के केस देखने को मिले. दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में भी पराली जलाने के केस मिले हैं. 15 सितंबर से 5 अक्टूबर तक सभी जगह पर पराली जलाने के 690 मामले सामने आए हैं. अकेले हरियाणा में इस दौरान 48 केस मिले जबकि पिछले साल केसों की संख्या 24 थी यानि आंकड़ा बढ़कर ठीक डबल हो गया है. यूपी में पिछले साल 51 केस थे जो इस साल बढ़कर 80 हो गए हैं. दिल्ली में लास्ट ईयर इस समय तक कोई भी मामला रिकॉर्ड नहीं किया गया था. इस साल दिल्ली में भी 2 केस सामने आए हैं. राजस्थान में पिछले साल केसों की संख्या 1 थी इस साल यह बढ़कर 8 हो गए हैं. हालांकि मध्यप्रदेश में पराली जलाने के कम मामले सामने आए हैं.


इस साल दम घोट सकता है स्मॉग
जिस तरह से पराली जलाने की घटनाएं इस साल दर्ज की जा रही है. उससे लगता है कि आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोगों की सांसो पर स्मॉग अटैक कर सकता है. जो पहले से अस्थमेटिक हैं, उनको सचेत रहने की जरूरत है. डॉक्टरों का कहना है कि स्मॉग में कार्बन कण अधिक होते हैं. यह लंग्स के लिए खतरनाक होते हैं. स्मॉग होने पर घर से बाहर ना निकले. यदि बाहर निकलेना पड़ रहा है तो मास्क पहन कर निकले. इससे काफी हद तक कार्बन कणों से बचा जा सकता है. जिन्हें अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या फेफड़ों संबंधित डिसीज है. उन्हें विशेष तौर पर एहतियात बरतने की जरूरत है.



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