तरबूज का नाम जेहन में आते ही उसकी कीमत 25 से 30 रुपये किलो दिमाग में आने लगती है. लेकिन आज हम आपको ऐसे तरबूज की कीमत बताएंगे जिसकी कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. अपने देश में न सही विदेश में इसकी कीमत लाखों में होती है हम बात कर रहे हैं डेनसुक प्रजाति के तरबूज की जो दुर्लभ प्रजाति है. इसकी खास बात है कि इसकी बिक्री नहीं नीलामी होती है.


बच्चे हों, नौजवान हो चाहे बूढ़े सभी को गर्मी के मौसम तरबूज बहुत भाता है. तरबूज गर्मियों के मौसम का फल है इसके सेवन से शरीर में पानी  की कमी नहीं होती है. इसे खाने से पाचन तंत्र भी दुरुस्त बना रहता है. तरबूज को कोई काट कर तो कुछ लोग इसका जूस बनाकर पीते हैं. इसमें विटामिन A, विटामिन C, विटामिन B6, एंटीऑक्सीडेंट्स लाइकोपीन और एमिनो एसिड्स अधिक मात्रा में होता है.


जापान होकाइडो आइलैंड के उत्तरी भाग में पैदा होने वाला डेनसुक प्रजाति का तरबूज बहुत दुर्लभ प्रजाति है. यह काला तरबूज के नाम से भी जाना जाता है. यह दुनिया का सबसे महंगा तरबूज है. खास बात यह है कि इसकी नीलामी होती है बिक्री नहीं. बहुत अधिक कीमत होने की वजह से सिर्फ अमीर ही इसका सेवन करते हैं. इसके महंगे होने का एक कारण यह भी है कि साल में इसके 100 पीस ही उगते हैं यह आम तरबूज की तरह असानी से नहीं मिलता है.


दुनिया के महंगे तरबूजों में होती है गिनती


डेनसुक प्रजाति के तरबूज की नीलामी होती है. सबसे अधिक बोली लगाने वाले को ही यह काला तरबूज मिलता है. इसकी बोली अमीर ही लगा पाते हैं. 2019 में इस प्रजाति के एक तरबूज की सबसे अधिक बोली एक ग्राहक ने 4 लाख रुपये से भी अधिक लगा कर खरीदा था. कोरोना महामारी के दौरान इसकी कीमत में कमी आई. फिर भी आज इसकी गिनती दुनिया के सबसे महंगे तरबूज में होती है. बताते हैं कि इस तरबूज की पहली फसल बहुत महंगी होती है. जो धीर-धीरे बाद में कम हो जाती है. खरीदार को कम से कम 19 से 20 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं.