Shani Sade sati: पंचांग के अनुसार 1 मई 2021 को शनिवार को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है. इस दिन शनि देव की पूजा का विशेष योग बन रहा है. वर्तमान समय में शनि का गोचर मकर राशि में बना हुआ है. इस वर्ष शनि का कोई राशि परिवर्तन नहीं है. शनि देव वर्तमान समय में श्रवण नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं.


शनि व्रकी 2021
शनि देव मई के महीने में ही वक्री हो रहे हैं. ज्योतिष गणना और पंचांग के अनुसार शनि 23 मई 2021 रविवार को दोपहर 02 बजकर 50 मिनट पर शनि देव वक्री होंगे. शनि देव कुल 141 दिनों तक वक्री रहेंगे.


शनि मार्गी 2021
पंचांग के अनुसार 11 अक्टूबर 2021 सोमवार को प्रात: 07 बजकर 48 मिनट पर शनि मार्गी होंगे. 


वैशाख मास में शनि पूजा का महत्व
वैशाख मास में शनि देव की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होतें है. वैशाख मास में व्रह्मा जी, भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. वैशाख मास में इन तीनों देवताओं की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. नव ग्रहों की शांति होती है.


शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या
मिथुन राशि और तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. पंचांग के अनुसार 1 मई को सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. इस योग को शुभ योग माना गया है. इस दिन शनि देव की पूजा विशेष फल प्रदान करती है.


ग्रहों का गोचर- 1 मई 2021 
सूर्य: मेष राशि
मंगल: मिथुन राशि
बृहस्पति: कुंभ राशि
शनि देव: मकर राशि
शुक्र: मेष राशि
बुध: वृष राशि
राहु: वृष राशि
केतु: वृश्चिक राशि
चंद्रमा: धनु राशि


शनिवार के दिन शनिदेव को करें प्रसन्न
1 मई 2021 शनिवार का दिन शनि देव को प्रसन्न करने की दृष्टि अति महत्वपूर्ण है. इस दिन मई माह का आरंभ हो रहा है, वहीं हिंदू नववर्ष के अनुसार वैशाख मास की पंचमी तिथि है. आइए जानते हैं इस दिन का पंचांग-


आज का पंचांग-  1 मई 2021
विक्रमी संवत्: 2078
मास अमांत: चैत्र
मास पूर्णिमांत: वैशाख
पक्ष: कृष्ण
दिन: शनिवार
तिथि: पंचमी - 16:43:43 तक
नक्षत्र: मूल - 10:16:17 तक
करण: कौलव - 05:53:37 तक, तैतिल - 16:43:43 तक
योग: सिद्ध - 25:46:47 तक
सूर्योदय: 05:43:29 AM
सूर्यास्त: 18:54:15 PM
चन्द्रमा: धनु राशि
ऋतु: ग्रीष्म
राहुकाल: 08:59:39 से 10:39:03 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय - अभिजीत मुहूर्त: 11:51:57 से 12:44:58 तक
दिशा शूल: पूर्व
अशुभ मुहूर्त का समय -
दुष्टमुहूर्त: 05:40:51 से 06:33:52 तक, 06:33:52 से 07:26:53 तक
कुलिक: 06:33:52 से 07:26:53 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 13:37:59 से 14:30:59 तक
यमघण्ट: 15:24:00 से 16:17:01 तक
कंटक: 11:51:57 से 12:44:58 तक
यमगण्ड: 13:57:51 से 15:37:15 तक
गुलिक काल: 05:40:51 से 07:20:15 तक


यह भी पढ़ें: 
Weekly Horoscope 26 April to 2 May 2021: वृष राशि वालों को हो सकती है हानि, जानें मेष से मीन राशि तक साप्ताहिक राशिफल