Pushya Nakshatra 2021: अक्टूबर मास का शुभारंभ शुभ तिथि से होने जा रहा है. धार्मिक दृष्टि से अक्टूबर का महीना विशेष है. पंचांग के अनुसार 01 अक्टूबर, शुक्रवार को दशमी की तिथि है. इस दिन चंद्रमा का गोचर कर्क राशि में विराजमान रहेगा है. विशेष बात ये है कि इस दिन पुष्य नक्षत्र रहेगा.
पुष्य नक्षत्र 2021
1 अक्टूबर, शुक्रवार को पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र रहेगा. ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा गया है. पुष्य नक्षत्र को अत्यंत शुभ फल प्रदान करने वाला नक्षत्र माना गया है. शास्त्रों में नक्षत्रों की संख्या 27 बताई गई है. पुष्य नक्षत्र को आठवां नक्षत्र माना गया है. पुष्य नक्षत्र को तिष्य और अमरेज्य नाम से भी जाना जाता है. तिष्य का अर्थ मंगल प्रदान करने वाला नक्षत्र वहीं अमरेज्य का अर्थ देवताओं के द्वारा पूज्य नक्षत्र. यानि पुष्य नक्षत्र की देवता भी पूजा करते हैं. पुष्य नक्षत्र के बारे में कहा जाता है कि शादी विवाह आदि को छोड़कर इस नक्षत्र में पंचांग के देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. गुरु पुष्य नक्षत्र को अति विशेष माना गया है.
01 अक्टूबर 2021, पंचांग अनुसार शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त- प्रात: 04:37 से प्रात: 05:26
- अभिजित मुहूर्त- प्रात: 11:47 से दोपहर 12:34
- गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:55 से शाम 06:19
- अमृत काल- रात्रि 08:11 से रात्रि 09:53
- प्रात: सन्ध्या- प्रात: 05:01 से प्रात: 06:14
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02:09 से दोपहर 02:57
- सायाह्न सन्ध्या- शाम 06:07 से शाम 07:20
- निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:47 से प्रात: 12:35 (02अक्टूबर)
चंद्रमा का गोचर
01 अक्टूबर 2021 को चंद्रमा गोचर कर्क राशि में हो रहा है. कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा ही हैं. चंद्रमा का गोचर मेष से मीन राशि तक के लोगों को प्रभावित कर रहा है. इस दिन कर्क राशि वालों को कार्यों में सफलता मिलने की संभावना बनी हुई है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है.
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