Lakshmi Puja: लक्ष्मी जी की कृपा जीवन में कष्टों को दूर करती है. शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से लक्ष्मी जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. जीवन में यदि धन से जुड़ी कोई भी परेशानी है तो उसे दूर करने में मदद मिलती है. लक्ष्मी जी की पूजा घर की नकारात्मक ऊर्जा को भी नष्ट करती है. कार्तिक मास में लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है.
शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी की पूजा को लिए उपयुक्त माना गया है. पंचांग के अनुसार 22 अक्टूबर 2021, शुक्रवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है. इस दिन भरणी नक्षत्र है. लक्ष्मी जी की पूजा के लिए आज का दिन उत्तम है. शुक्रवार को दिन की शुरूआत लक्ष्मी जी की आरती और लक्ष्मी जी के मंत्रों से करने से, लाभ प्राप्त होता है.
लक्ष्मी जी की आरती (Lakshmi Ki Ki Aarti)
ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जगमाता।
सूर्य, चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
दुर्गा रूप निरंजनी, सुख संपत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
तुम पाताल निवासनी, तुम ही शुभ दाता।
कर्म प्रभाव प्रकाशनी, भवनिधि की त्राता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता।
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्तु न कोई पाता।
खान पान का वैभव सब तुमसे आता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
शुभ्र गुण मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहीं पाता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
महालक्ष्मी जी की आरती जो कोई नर गाता।
उर आनंद समाता, पाप उतर जाता।।
ओम जय लक्ष्मी माता।
लक्ष्मी माता की जय, लक्ष्मी नारायण की जय।
लक्ष्मी जी का मंत्र (Lakshmi Mantra)
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
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