Shani Dev: कार्तिक मास का पहला शनिवार कब है? जानें इस दिन की तिथि और शनि देव को शांत करने के उपाय
Shani Dev: शनि देव का प्रिय दिन शनिवार है. इसीलिए शनिवार को शनि देव की विशेष पूजा की जाती है. कार्तिक मास में शनि देव की पूजा को विशेष माना गया है. कार्तिक मास का पहला शनिवार कब है, जानते हैं.
Shani Dev:कार्तिक मास का आरंभ हो चुका है. हिंदू कैंलेडर के अनुसार 21 अक्टूबर 2021, गुरुवार से कार्तिक मास आरंभ हो चुका है. धर्म-कर्म के कार्यों के लिए कार्तिक मास का अच्छा माना गया है. कार्तिक मास को उत्तम मास भी कहा जाता है. इस मास में शनि देव की भी कृपा बरसती है. इस मास में शनि देव को कैसे प्रसन्न किया जा सकता है, आइए जानते हैं-
कार्तिक मास 2021
कार्तिक मास का 21 अक्टूबर 2021 आरंभ हो चुका है. कार्तिक मास का समान पंचांग के अनुसार 19 नवंबर 2021 को समाप्त होगा. इस मास में शनिवार कब कब पड़ रहे हैं आइए जानते हैं-
- 23 अक्टूबर 2021- प्रथम शनिवार
- 30 अक्टूबर 2021- दूसरा शनिवार
- 06 नवंबर 2021- तीसरा शनिवार
- 13 नवंबर 2021- चौथा शनिवार
मान्यता है कार्तिक मास में विधि पूर्वक पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. कार्तिक मास को चातुर्मास का अंतिम मास माना गया है. चातुर्मास का समापन पंचांग के अनुसार 14 नवंबर 2021 को होने जा रहा है. इस दिन एकादशी की तिथि है. इस तिथि को देव उठानी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
23 अक्टूबर 2021 का पंचांग ( 23 october 2021 panchang in hindi)
पंचांग के अनुसार 23 अक्टूबर 2021 को शनिवार का दिन है. इस दिन कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है और कृत्तिका नक्षत्र है. इस दिन चंद्रमा का गोचर वृषभ राशि में हो रहा है. इस दिन शनि देव की पूजा का विशेष संयोग बना हुआ है. शनि देव इस दिन मकर राशि में विराजमान रहेंगे. शनि के साथ मकर राशि में गुरु भी युति बनाकर बैठे हुए हैं. मकर राशि के स्वामी शनि देव ही हैं. शनि देव जब अपनी राशि में होते हैं, बलशाली होते हैं. गुरु का साथ मिलने से शनि की शुभता में वृद्धि हो रही है.
5 राशियों पर शनि की दृष्टि है
मिथुन और तुला पर शनि की ढैया. धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इसके साथ ही जिन लोगों पर शनि की दशा चल रही है, या फिर जन्म कुंडली में शनि अशुभ हैं तो ऐसे लोगों को 23 अक्टूबर, को शनि देव की पूजा करने से लाभ प्राप्त होगा और अशुभता दूर होगी.
शनि के उपाय
शनि देव को शांत करने के लिए नजदीकी शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि देव शुभ फल देते हैं. इसके साथ ही इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए-
- शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करें.
- परिश्रम करने वालों का सम्मान करें.
- आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति की मदद करें.
- पशु- पक्षी और जानवरों को भोजन दें.
- काला छाता और काला कंबल का दान करें.