Revati Nakshatra, Panchang: पंचांग के अनुसार 09 मई 2021 रविवार को रेवती नक्षत्र है. वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है. चंद्रमा मीन राशि में भ्रमण कर रहा है. रेवती नक्षत्र को ज्योतिष शास्त्र में विशेष नक्षत्र माना गया है. रेवती नक्षत्र को 27वां नक्षत्र माना गया है. 


रेवती का अर्थ
- धनाढ्य
- प्रतिष्ठित व्यक्ति 
- भगवान विष्णु से प्राप्त योग 
- सत्य 
- सौभाग्य
- अमृत रूपी प्राप्त धन


लक्ष्मी जी से है रेवती नक्षत्र का संबंध
धन का अर्थ मां लक्ष्मी से है. लक्ष्मी के अन्तिम नाम ‘योग लक्ष्मी’ का संबंध, भचक्र  के अंतिम नक्षत्र रेवती से है. रेवती को शुभ परिवर्तन लाने वाला नक्षत्र भी कहा गया है. रेवती नक्षत्र का संबंध लक्ष्मी जी है. लक्ष्मी के आठ रूप बताए गए हैं-
1-आदि लक्ष्मी
2- विद्या लक्ष्मी
3- सौभाग्य लक्ष्मी 
4-अमृत लक्ष्मी
5-काल लक्ष्मी
6- सत्य लक्ष्मी
7- भोग लक्ष्मी 
8- योग लक्ष्मी


रेवती नक्षत्र का महत्व
रेवती नक्षत्र को लौकिक से परलौकिक तक जोड़ने वाला नक्षत्र माना गया है. नगाड़े को रेवती का चिह्न माना गया है. जिसका प्रयोग प्राचीन काल में किसी महत्वपूर्ण जानकारी को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किया जाता था. इस प्रकार यह नक्षत्र संचार व्यवस्था, पत्रकारिता के साथ भी जुड़ा है. रेवती नक्षत्र का देवता पूषा को माना गया है, जो कि सूर्य का ही एक नाम है. रेवती नक्षत्र मीन राशि का प्रतिनिधित्व करता है.


रेवती नक्षत्र में जन्म लेने वालों में पाए जाते हैं ये गुण
रेवती नक्षत्र में जन्म लेने वाले विषम परिस्थितियों में भी अपना मानसिक संतुलन और धैर्य नहीं खोते हैं, बल्कि परिस्थितियों को अपने अनुकूल बना लेते हैं. इसके साथ ही कठिनाइयों के चलते यह लोग कभी निराश और हताश नहीं होते हैं क्योंकि परमात्मा पर इनका अटूट विश्वास होता है. यही विश्वास इन लोगों में आशा, उत्साह और उमंग का संचरण कराता है. यह लोग निष्कपट और संवेदनशील होने के कारण दीन दुखियों की सेवा और उनके दुख-दर्द मिटाने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं.


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