Vidur Niti: भगवान कृष्ण के प्रिय महात्मा विदुर जी महाराज धृतराष्ट्र के सलाहकार थे. महात्मा विदुर ने इंसान के अवगुणों के बारे में चर्चा करते हुए धृतराष्ट्र को बताया था कि कुछ विशेष प्रकार के व्यक्तियों का जीवन बहुत कम होता है. अल्पायु में ही उनकी मृत्यु हो जाती है. महाभारत का युद्ध प्रारंभ होने से पूर्व ही महात्मा विदुर ( Vidur ) ने धृतराष्ट्र को यह बता दिया था यह युद्ध बहुत प्रलयंकारी होगा और इसका परिणाम राजवंश के लिए शुभ नहीं होगा. महात्मा विदुर जी की बताई हुई बातें आज भी हमारा मार्गदर्शन करती हैं.


अल्पायु के होते हैं ये लोग


लालची और स्वार्थी व्यक्ति: विदुर नीति (Vidur Niti) के अनुसार लालच और स्वार्थ व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु होता है. जो व्यक्ति लोभी होता है उसका जीवन बहुत जल्दी नष्ट हो जाता है. लालच मनुष्य को अंधा बना देती है. वह हर पल दूसरों के धन वैभव को देखकर जलता रहता है. जिसके कारण उसकी आयु कम हो जाती है.


क्रोधी व्यक्ति: क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है. क्रोध आने पर व्यक्ति सही गलत का फैसला नहीं कर पाता है. विदुर जी (Vidur Niti) कहते हैं कि मनुष्य को क्रोध से बच कर रहना चाहिए. क्रोध में व्यक्ति अपना ही अहित कर बैठता है. जिसके कारण उसकी आयु कम हो जाती है.


अहंकारी व्यक्ति: अहंकारी व्यक्ति सही गलत के बारे में फैसला नहीं कर पाता है. अहंकार से उसकी बुद्धि नष्ट हो जाती है. अपने धन, बल का अहंकार करने वाला, लोगों को तिरस्कृत करता है. उन्हें अपमानित करता है. जिसके कारण अकेला पड़ जाता है. विदुर नीति (Vidur Niti ) के अनुसार व्यक्ति को अपने अहंकार से बचना चाहिए.



 


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