Akshaya Tritiya: शास्त्रों और पुराणों में अक्षय तृतीया का बहुत महत्व बताया गया है. अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है. इस दिन विवाह, गृहप्रवेश, व्यापार अथवा उद्योग का आरंभ करने जैसे मांगलिक कार्य शुभ फलदायक माने जाते हैं. अक्षय तृतीया के दिन किए गए कार्यों का उत्तम परिणाम मिलता है. अक्षय तृतीया पर सूर्य व चंद्रमा अपनी उच्च राशि में रहते हैं. अक्षय तृतीया का दिन धन की देवी माता लक्ष्मी को भी समर्पित होता है. 


मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के लिए इस दिन तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. अक्षय तृतीया के दिन खरीदारी करने की भी परंपरा है. इस दिन खरीदी गई चीजों से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इस साल अक्षय तृतीया का पर्व 22 अप्रैल को मनाया जाएगा. अक्षय तृतीया के दिन कुछ शुभ चीजें खरीदकर घर लाने से  मां लक्ष्‍मी की कृपा बरसती है. आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में.


अक्षय तृतीया के दिन घर लाएं ये चीजें



  • माता लक्ष्‍मी को शंख बेहद प्रिय है. भगवान विष्‍णु भी अपने हाथ में शंख धारण करते हैं. अक्षय तृतीया पर दक्षिणावर्ती शंख घर ले आएं और इसकी विधि-विधान से पूजा करके घर के मंदिर में रखें. ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी और भगवान विष्‍णु की अपार कृपा बरसती है. दक्षिणावर्ती शंख लाने से घर में खूब बरकत होती है. 

  • अक्षय तृतीया के दिन घर में श्रीयंत्र लाना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन घर में श्रीयंत्र लाएं और मंदिर में विधि-विधान से इसकी स्‍थापना करें. इसके बाद हर दिन इस श्रीयंत्र की पूजा करें. इससे मां लक्ष्‍मी प्रसन्‍न होकर अपार धन-दौलत का आशीर्वाद देती हैं. 

  • अक्षय तृतीया के दिन मटका या कलश को भी घर लाना बेहद शुभ माना गया है. अक्षय तृतीया के दिन जल से भरा हुआ मटका या चांवल भरा कलश ले आएं. ऐसा करने घर धन-धान्‍य से भर जाता है.  

  • अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर जौ खरीदना भी बहुत लाभकारी माना जाता है. इस दिन अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्‍मी की पूजा में जौ अर्पित करें. अब इसे लाल कपड़े में लपेट कर इसे तिजोरी में रख लें. इससे घर में धन-सम्पत्ति बढ़ती है.


ये भी पढ़ें


शुभ शनि कराते हैं आकस्मिक धन लाभ और तरक्की, देते हैं ये संकेत


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.