Shani Dev, Rahu: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि शुभ ग्रहों की संख्या अधिक है और उनसे शुभ योग बनते हैं तो ऐसा व्यक्ति जीवन में अपार सफलताएं पाता है, उसके जीवन में सुख सुविधाओं की कोई कमी नहीं रहती है. लेकिन जब ग्रह अशुभ हों तो जीवन में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. कुछ ग्रह ऐसे भी हैं जिनके कारण, अशुभ होने पर व्यक्ति को जीवन में बार-बार धोखा खाना पड़ता है. ये ग्रह कौन से हैं आइए जानते हैं-
कोई भी व्यक्ति नहीं चाहता है कि उसे धोखा मिले, लेकिन दो ग्रह ऐसे हैं जो खराब होने पर व्यक्ति को पग-पग पर धोखा खाने के लिए विवश कर देते हैं. ये दो ग्रह हैं 'शनि' और 'राहु'.
शनि और राहु खराब हो तो क्या होता है?
ज्योतिष ग्रंथों में शनि और राहु को विशेष ग्रह माना गया है. इनकी विशेषताओं पर विस्तार से बताया गया है. ये दोनों ही ग्रह शुभ और अशुभ दोनों तरह के फल प्रदान करते हैं. कुंडली में मौजूद इनकी स्थिति से ही इनके शुभ या अशुभ होने का पता चलता है. इसके साथ ही जीवन में यदि इस तरह के लक्षण महसूस हो तो समझ लेना चाहिए कि कहीं न कहीं शनि और राहु मिलकर परेशान कर रहे हैं-
परिश्रम का फल न मिलना- जब व्यक्ति को कठोर परिश्रम के बाद भी सफलता न मिले तो समझ लेना चाहिए कि शनि और राहु परेशानी दे रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि को परिश्रम और राहु को बाधा का कारक माना गया है.
बार-बार धोखा मिलना- व्यक्ति को जीवन में बार-बार धोखा मिले, अपनों से ही उसके संबंध खराब होने लगें और दोस्त भी दुश्मन बन जाए तो कहीं न कहीं इन ग्रहों की अशुभता, इसके पीछे बड़ी भूमिका निभाती है. इसलिए इन ग्रहों का ठीक रखना आवश्यक हो जाता है-
शनि मंदिर
शनि को शुभ रखने के लिए शनिवार को शनि मंदिर में पूजा करें. तेल चढ़ाएं और शनि चालीसा का पाठ करें. इसके साथ ही परिश्रम करने वालों का सम्मान करें. शनि से जुड़ी चीजों का दान करें.
राहु का उपाय
राहु को एक मायावी ग्रह माना गया है. इसकी महिमा को समझना मुश्किल है. ये राजा को रंक और रंक को राजा बनाने की क्षमता रखता है. ये भ्रम का भी कारक है. जब ये अशुभ होता है तो व्यक्ति को हर काम में अड़चन और बाधा देता है. इसे शुभ बनाने के लिए सोमवार को शिव जी की पूजा करनी चाहिए. झूठ नहीं बोलना चाहिए और शराब, ड्रग्स आदि से दूर रहना चाहिए. इस मंत्र का जाप करना चाहिए-
ॐ रां राहवे नम:
Karwa Chauth 2022: करवा चौथ पर इस बार बन रहे हैं कई दुर्लभ योग, जानें चांद निकलने का समय और मुहूर्त
Dussehra 2022 Date: कब है दशहरा 2022 ? जानें विजयादशमी की डेट, पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.