Angarak Dosh Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों से कई शुभ-अशुभ योग बनते हैं. शुभ योग जहां जीवन में लाभ कराते हैं वहीं अशुभ और खतरनाक दोष बनने पर व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है. इन्हीं अशुभ दोषों में से एक है अंगारक दोष. यह दोष कुंडली में मंगल और राहु की युति से बनता है. ज्योतिष शास्त्र में इस दोष को सबसे खतरनाक दोष माना गया है.
खतरनाक होता है अंगारक दोष
कुंडली में पापी ग्रह राहु और ग्रहों के सेनापति कहे जाने वाले मंगल ग्रह की युति से अंगारक दोष बनता है. यह दोष ज्योतिष शास्त्र में बहुत खतरनाक माना जाता है. कुंडली में जन्म से अंगारक दोष हो तो व्यक्ति स्वभाव से बहुत उग्र होता है. ऐसे लोगों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है, और ये छोटी-छोटी बातों को लेकर लड़ाई- झगड़ा करते हैं. अंगारक दोष बनने पर लोगों के चरित्र में दोष आ जाता है. यह लोग क्रोध में आकर हिंसा और हत्या करने से भी पीछे नहीं हटते हैं.
अंगारक दोष का उपाय
अंगारक दोष के असर को कम करने के लिए अपने वजन के बराबर कच्चा कोयला बहते पानी में प्रवाहित करना शुभ होता है. भगवान भैरव को केले के पत्ते पर चावल का भोग लगाने से भी इसका दुष्प्रभाव कम होता है. कुंडली में यह दोष हो तो व्यक्ति को हर रोज मंदिर में देसी घी का दीपक जलाना चाहिए. मंगलवार के दिन चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर हनुमान जी को लेप लगाने से भी लाभ मिलता है.
जिन लोगों की कुंडली में अंगारक दोष हो उन लोगों को हर दिन कबूतर को बाजरा खिलाना चाहिए. अंगारक दोष के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए बड़े भाई की सेवा करना अच्छा होता है. हमेशा उनका आशीर्वाद लेकर ही घर से निकलें.
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