Angarak Yog Ke Upay: राहु और मंगल एक दूसरे के विरोधी ग्रह माने जाते हैं. इन दोनों ग्रहों के एक साथ किसी राशि में आने से इनकी क्रूरता और बढ़ जाती है. इस समय मंगल और राहु मेष राशि में विराजमान है जो 10 अगस्त तक इसी राशि में रहेंगे. शास्त्रों के अनुसार मंगल और राहु की युति को अंगारक योग कहा जाता है. अंगारक योग उसके नाम स्वरूप अंगारे जैसा फल देने वाला योग है इस योग के कारण इंसान क्रोधी, हिंसक और उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है. जिन राशि के जातकों को राहु और मंगल की युति का प्रतिकूल प्रभाव मिल रहा है वो कुछ उपाय करके इन ग्रहों को अनुकूल कर सकते हैं. आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार क्या हैं वो उपाय.
अंगारक योग के उपाय (Rahu mangal Yuti Upay)
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंगारक योग के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए रोजाना हनुमान चालीसा, सुंदर कांड और हनुमाष्ट का पाठ करना शुभ होता है. इससे जीवन में स्थिरता आती है क्रोध सहन करने की शक्ति बढ़ती है.
- अपने वजन के समान कच्चा कोयला बहती नदी में प्रवाहित कर दें. ऐसा करने से राहु और मंगल की युति से बने अंगारक योग का असर कम होगा. घर में विवाद की स्थिति पैदा नहीं होगी.
- जिनकी कुंडली में अंगारक योग के प्रतिकूल प्रभाव मिल रहे हैं उन्हें अंगारक चतुर्थी पर सरसों, सात तरह के अनाज, जौ, सिक्का, कपड़े का दान करें. दान से राहु और मंगल दोनों प्रसन्न होते हैं. इनकी शुभता पाने के लिए आप पानी में चंदन या इत्र डालकर स्नान करें.
- मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव पाने के लिए अंगारक चुतर्थी पर व्रत रखें और लाल रंग से संबंधित चीजों का दान करें.वहीं राहु को शांत करने के लिए शनिवार को काली उड़द,काले चने, काले तिल का दान करना चाहिए.
- भाईयों से अच्छे संबंध खराब होने के पीछे अंगारक योग की भी भूमिका होती है. ऐसे में मित्र, रिश्तेदार, भाई से रिश्ते में मिठास बनाए रखने और अंगारक योग की अशुभ दशा को कम करने के लिए घर में हाथी के दांत रखना अच्छा माना जाता है.
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