Ardra Nakshatra: आर्द्रा नक्षत्र आकाश में एक चमकते रत्न की तरह दिखाई देता है, जिसे हीरे या पानी की बूंद जैसा समझा जा सकता है. यह नक्षत्र भावनात्मक गहराई और बदलाव का प्रतीक है. आर्द्रा नक्षत्र मिथुन राशि में 6 डिग्री 40 मिनट से 20 डिग्री तक फैला होता है. हर साल जून महीने के तीसरे सप्ताह में सुबह के समय इसका उदय होता है, जबकि फरवरी में रात 9 से 11 बजे के बीच इसकी ऊर्जा सबसे अधिक होती है.
सूर्य 21 जून को इस नक्षत्र में प्रवेश करता है. आर्द्रा नक्षत्र का स्वामी ग्रह राहु है, जो जीवन में बदलाव और आंतरिक विकास का कारक माना जाता है. हालाकि इसके सभी चार चरण मिथुन राशि में आते हैं, इसलिए बुध ग्रह का प्रभाव भी इस नक्षत्र पर पड़ता है. बुध के प्रभाव से इस नक्षत्र के जातक बुद्धिमान, जिज्ञासु और अच्छे संवाद कौशल वाले होते हैं.ज्योतिष शास्त्र में, आर्द्रा नक्षत्र को एक आध्यात्मिक तूफान की तरह देखा जाता है. यह जीवन में उतार-चढ़ाव ला सकता है, लेकिन अंत में यह व्यक्ति को मानसिक शुद्धि और आंतरिक शक्ति की दिशा में ले जाता है.
आर्द्रा नक्षत्र के जातकों का व्यक्तित्व (Personality of Ardra Nakshatra): जिन जातकों का जन्म आर्द्रा नक्षत्र में हुआ है वे अपनी जिम्मेदारियों को बड़ी मेहनत और वफादारी से निभाते हैं. ये लोग जन्मजात प्रतिभाशाली होते हैं क्योंकि इस नक्षत्र के स्वामी राहु हैं. राहू स्वयं में एक शोधकर्ता हैं. आपके अंदर नए-नए विषयों को जानने की गहरी इच्छा है. सामने वाले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है यह आप आसानी से भांप लेते हैं, इसलिए आपका स्वभाव अन्तर्ज्ञान संपन्न है और आप एक अच्छे मनोविश्लेषक भी हैं.
आपमें दुनियादारी को समझने की विशेषता है और आप अपने निरीक्षण या परीक्षण से प्राप्त अनुभवों को भी बांटने में संकोच नहीं करते हैं. जीवन में मुश्किलें और चुनौतियाँ आती रहती हैं, लेकिन आप धैर्य और समझदारी से उनका सामना करते हैं. आप अपनी समस्याओं को किसी से साझा नहीं करते, जो आपकी एक अच्छी आदत है. कभी-कभी आपका स्वभाव किसी मासूम बच्चे जैसा हो जाता है, जो भविष्य की चिंता नहीं करता. आप रहस्यवादी हैं जो समझदारी और विवेक का आश्रय लेकर समस्याओं को सुलझाते हैं.
हर समस्या पर गंभीरता से चिंतन, मनन और विश्लेषण करके आप आख़िर में सफल हो ही जाते हैं. आपकी रुचि आध्यात्मिक जीवन में भी है और आप हर चीज़ के पीछे का कारण जानने में दिलचस्पी रखते हैं. अपने काम को लेकर आपको अपने घर से दूर जाना पड़ सकता है, यानी नौकरी या व्यवसाय के सिलसिले में आप विदेश भी जा सकते हैं. 32 से 42 साल की उम्र का समय आपके लिए बहुत शुभ रहेगा.
शिक्षा और आय: आपकी शिक्षा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ज्योतिष शास्त्र या मनोविज्ञान से संबंधित हो सकती है. आप इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में काम कर सकते हैं. इसके अलावा, अंग्रेज़ी अनुवाद, फोटोग्राफी, भौतिकी और गणित पढ़ाना, अनुसंधान करना, लेखन और उपन्यास लिखना भी आपके लिए अच्छे विकल्प हैं. औषधि निर्माण, नेत्र और मस्तिष्क रोगों का इलाज, और संचार विभाग में काम करना भी आपको सूट कर सकता है साथ ही, मनोचिकित्सा, रहस्य सुलझाना, फास्ट फूड और मादक पदार्थों से जुड़े व्यवसायों में भी आप सफल हो सकते हैं.
पारिवारिक जीवन विवाह संभवतः थोड़ी देरी से हो सकता है. सुखी वैवाहिक जीवन के लिए यह जरूरी है कि आप किसी भी तरह के वाद-विवाद से दूर रहें, नहीं तो शादीशुदा जीवन में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं. नौकरी या व्यापार के कारण आपको परिवार से दूर रहना पड़ सकता है. आपका जीवनसाथी आपकी पूरी देखभाल करेगा और घर के कार्यों में निपुण होगा.
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