Ishta Devata Calculator: राशि से लगाएं अपने इष्ट देव का पता, मिथुन राशि वाले लक्ष्मी जी की करें पूजा
मेष राशि (Aries), वृष राशि (Taurus) और मिथुन राशि (Gemini) समेत अन्य सभी राशियों के इष्ट देव यानि आराध्य कौन है? आइए जानते हैं.

Ishta Devata Calculator: इष्ट देव का ज्ञान न होने की वजह से कभी कभी पूजा का पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता है. वहीं जब इष्ट देव का ज्ञान होता है तो पूजा के फलों में कई गुना की वृद्धि होती है. शास्त्रों में जन्म कुंडली की राशि से भी इष्ट देव का पता आसानी से लगाया जा सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार के 12 राशियां हैं. जो इस प्रकार हैं-
मेष राशि (Aries)
वृष राशि (Taurus)
मिथुन राशि (Gemini)
कर्क राशि (Cancer)
सिंह राशि (Leo)
कन्या राशि (Virgo)
तुला राशि (Libra)
वृश्चिक राशि (Scorpio)
धनु राशि (Sagittarius)
मकर राशि (Capricorn)
कुंभ राशि (Aquarius)
मीन राशि (Pisces)
जन्म राशि और लग्न से बहुत ही आसानी से इष्ठ देव या आराध्य देव का पता लगाया जा सकता है. मान्यता है कि पूर्व जन्म में किए गए कार्यों के आधार पर इष्ट देवता का निर्धारण होता है. इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं. जीवन में आनी वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है. सुख समृद्धि आदि बनी रहती है.
इष्ट देव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म के समय जिस राशि में चंद्रमा का गोचर होता है, वही व्यक्ति की राशि होती है. राशि के अनुसार इष्ट देव के बारे में ऐसे जान सकते हैं-
- मेष राशि: सूर्य देव
- वृष राशि: भगवान विष्णु
- मिथुन राशि: मां लक्ष्मी
- कर्क राशि: हनुमान जी
- सिंह राशि: भगवान गणेश
- कन्या राशि: मां काली
- तुला राशि: कालभैरव और शनि देव
- वृश्चिक राशि: भगवान कार्तिकेय
- धनु राशि: हनुमान ji
- मकर राशि: दुर्गा जी
- कुंभ राशि: भगवान विष्णु या मां सरस्वती
- मीन राशि: भगवान शिव जी
कुंडली का पंचम भाव
जन्म कुंडली का पंचम भाव शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि और कर्म आदि से जुड़ा हुआ है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इष्ट देव का पता लगाने के लिए जन्म कुंंडली के पंचम भाव का भी ध्यान करना चाहिए. इसके साथ ही कुंडली का नवम भाव जो धर्म और पूजा पाठ से जुड़ा हुआ है, इस पर भी गौर करना चाहिए.
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