Brass Utensils Benefit: आमतौर पर लोग पूजा-पाठ में पीतल के बर्तन का उपयोग करते हैं. प्राचीन काल में पीतल और चांदी के बर्तन में खाने का भी रिवाज होता था, लेकिन समय के साथ ये परंपरा लुप्त हो गई. सेहत और ज्योतिष दोनों में ही ये बहुत लाभदायक है. पीतल के बर्तन शुभता के प्रतीक होते हैं. शास्त्रों के अनुसार सेहत के साथ ये हमारी तकदीर चमकाने में भी मददगार है. आइए जानते है घर में पीतल के बर्तन रखने के फायदे.
सौभाग्य की प्राप्ति के लिए पीतल के उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीतल पर देवगुरु बृहस्पति का आधिपत्य है. कुंडली में बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए पीतल के बर्तन का उपयोग किया जाता है.
- घर में संपन्नता बनी रहे इसके लिए पूर्णिमा के दिन शुद्ध देसी घी से पीतल का कलश भर करे, भगवान श्रीकृष्ण को चढ़ाएं और फिर इसे किसी जरूरतमंद को दान कर दें. धन-धान्य के भंडार भरे रहेंगे.
- संस्कृत में पीत का मतलब पीला होता है और पीला भगवान विष्णु का रंग है. ऐसे में पीतल के कलश में चने की दाल भरकर भगवान विष्णु को अर्पित करें. ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
- घर में सदैव मां लक्ष्मी का वास हो इसके लिए शुक्रवार को पीतल के दीपक में शुद्ध देसी घी का दीप जलाकर मां लक्ष्मी की आरती करें. इससे पैसों की किल्लत खत्म हो सकती है.
- काम में बाधाएं आ रही हो, मुकाम तक पहुंचने के बाद भी काम बिगड़ जाए तो पीतल का ये उपाय बहुत फलदायी है. इसके लिए पीपल के पेड़ के नीचे पीतल की कटोरी में दही भरकर रख दें. ऐसा करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलेगी और बिना रुकावट के काम बनने लगेंगे.
- सेहत की दृष्टि से पीतल के बर्तनों में बना भोजन स्वादिष्ट तुष्टि-प्रदाता होता है तथा इससे आरोग्य और शरीर को तेज प्राप्त होता है.
- पीतल के कलश में रखा जल अत्यधिक ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है.
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