Astro Tips: ‘मंत्र’ (Mantra) का जीवन में क्या महत्व है इसके बारे में शास्त्रों (Shastra) में कई उल्लेख मिलते हैं. विज्ञान (Vigyan) में भी मंत्रोच्चारण के कई शारीरिक लाभ बताए गए हैं. मंत्रों के जाप का न सिर्फ आध्यात्मिक महत्व है बल्कि इससे वातावरण में भी सकारात्मकता आती है और मानसिक शांति मिलती है.


आज के आधुनिक समय में कई लोग तनाव, असफता, चिंता (Tension) जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. ये समस्याएं दीमक की तरह होती हैं जो धीरे-धीरे आपके जीवन को खोखला करती हैं. अगर आप भी चिंतामुक्ति होकर खुशहाल और शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं तो मंत्रों का जाप बहुत लाभकारी रहेगा.


शास्त्रों में एक 5 प्रभावी मंत्रों (Effective Mantras) के बारे में बताया गया है, जिसका प्रतिदिन जाप करने से आपको चमत्कारिक लाभ मिलेंगे और आप चिंताओं से मुक्त होकर सुख-शांति का अनुभव करेंगे. आइये जानते हैं इन मंत्रों के बारे में-


ॐ नम: शिवाय


यह भगवान शिवजी (Lord Shiva) का यह प्रभावी, सरल और शक्तिशाली मंत्र है, जिसका जाप आप पूजा-पाठ करने के दौरान, शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के दौरान या ध्यान लगाते हुए भी कर सकते हैं. ॐ नम: शिवाय (Om Namah Shivay) मंत्र के जाप से आपको आंतरिक शांति की अनुभूति होगी और चिंता से मुक्त रहेंगे.


श्री रामजय रामजय जय राम


राम नाम जैसा जप है, जिससे मन शांत होता है. आप जब भी किसी परेशानी में या चिंता में हों तो श्री राम (Shri Ram) नाम का जाप कर सकते हैं.


कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम॥


इस मंत्र के अनुसार, हथेलियों में विष्णुजी (Vishnu Ji), मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) और देवी सरस्वती का वास होता है. इसलिए सुबह उठकर सबसे पहले आप अपनी हथेलियों के दर्शन करें और इस मंत्र को पढ़ें. इससे आपको कार्यो में सफलता मिलेगी और आप चिंताओं से मुक्त रहेंगे.


ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः। 
स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः।
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः। 
स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥


इस मंत्र के जाप से आपको न सिर्फ सुख-शांति का अनुभव होगा बल्कि घर पर सकारात्मकता (Positivity) का प्रवेश होगा और अपको कार्यक्षेत्र में भी मिलेगा. नियमित स्नानादि के बाद पूजा शुरू करने से पहले कलश में एक जल रखें और भगवान के समक्ष बैठकर दोनों हाथ जोड़कर मंत्र पढ़े. मंत्रोच्चारण के बाद घर के सभी दिशाओं में जल छीटें.


जले रक्षतु वाराहः स्थले रक्षतु वामनः।
अटव्यां नारसिंहश्च सर्वतः पातु केशवः।।


इस मंत्र का जाप आप सुबह उठकर और रात में सोने से पूर्व कर सकते हैं. इस मंत्र के जाप से भगवान सभी दिशाओं की नकारात्मक शक्तियों से आपकी रक्षा करते हैं.


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