Karwa Chauth 2024: करवा चौथ का दिन महिलाओं के लिए बेहद खास है. अपने सुहाग की आयु, मान-सम्मान, संपत्ति के लिए महिलाएं निर्जला व्रत रखकर करवा माता आशीर्वाद मांगती है. इस दिन महिलाएं 16 श्रृंगार करके पूजा पाठ करती है. करवा चौथ (Karwa Chauth 2024) के दिन राशि के हिसाब से साड़ी पहनने से शादीशुदा महिलाओं को लाभ मिल सकता है. जानते हैं सभी राशियों की महिलाओं को किस रंग की साड़ी पहननी चाहिए.
करवा चौथ (Karwa Chauth 2024) को शास्त्रों में सौभाग्य वृद्धि का व्रत माना जाता है. करवा चौथ के दिन राशि के अनुसार वस्त्र पहनने से वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है.
1. मेष राशि की महिलाएं करवा चौथ के दिन गोल्डन रंग की साड़ी, लहंगा पहन कर पूजा करें. ऐसा करने से आपको लाभ मिलेगा. दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी.
2. वृषभ राशि की महिलाओं को सिल्वर रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए. सिल्वर रंग की साड़ी पहनना आपके लिए शुभ होगा.
3. करवा चौथ के दिन मिथुन राशि की महिलाएं हरे रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए. हरा रंग पवित्रता का प्रतीक माना जाता है.
4. कर्क राशि के लिए करवा चौथ के दिन लाल रंग की साड़ी पहनना चाहिए. लाल रंग आपके लिए शुभ है.
5. सिंह राशि वालों के लिए लाल, ऑरेंज या गोल्डन रंग की साड़ी पहनना शुभ माना जाएगा.
6. करवा चौथ के दिन कन्या राशि की महिलाओं को लाल, हरी या गोल्डन रंग की साड़ी पहनना चाहिए.
7. तुला राशि की महिलाओं को लाल, गोल्डन या सिल्वर रंग के वस्त्र धारण को धारण करना चाहिए.
8. वृश्चिक राशि की महिलाओं के लिए लाल रंग सबसे उत्तम माना जाता है. इस दिन आप महरून या गोल्डन रंग के कपड़े पहनकर पूजा कर सकती हैं.
9. धनु राशि की महिलाओं को आसमानी या पीले रंग के वस्त्र धारण करने की सलाह दी जाती है.
10. मकर राशि वालों के लिए नीला रंग की साड़ी पहनना शुभ माना जाता है.11. कुंभ राशि की महिलाएं नीले रंग या सिल्वर कलर के वस्त्र धारण कर सकती हैं.
12. मीन राशि की महिलाएं पीले या गोल्डन कलर के कपड़े पहनकर पूजा करें. मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
करवा चौथ का मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Muhurat)
करवा चौथ का पर्व 20 अक्टूबर 2024, रविवार को है. 20 अक्टूबर 2024 के दिन सुबह 06 बजकर 46 मिनट से चतुर्थी तिथि की शुरुआत हो जाएगी. जो 21 अक्टूबर को सुबह के 4 बजकर 16 मिनट पर खत्म होगी. शाम को करवा चौथ की पूजा के लिए केवल 1 घंटे की अवधि है. इसलिए 5 बजकर 46 मिनट से 7 बजकर 2 मिनट के बीच में पूजा कर लें.
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