Astrology, Zodiac Sign: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह साहस, भूमि, सेना, पुलिस, युद्ध आदि का कारक है. जब ये शुभ होता है तो मनुष्य में अपार साहस पैदा कर देता है. ऐसा व्यक्ति बड़ी से बड़ी चुनौतियों को स्वीकार उन पर विजय प्राप्त करता है. ज्योतिष शास्त्र के ग्रंथों में बताया गया है कि यदि मंगल अशुभ या कमजोर हो तो ऐसा व्यक्ति क्रोधि होता है. इस आदत के कारण कभी कभी वो स्वयं को भी हानि पहुंचा लेता है. मंगल की इन राशियों पर विशेष दृष्टि रहती है-
मेष राशि (Aries)- मंगल को इस राशि का स्वामी बताया गया है. जिस कारण मंगल की विशेष दृष्टि इस राशि पर रहती है. मंगल जब इस राशि में शुभ होता है तो ऐसे लोग संपंन्न होते हैं. भूमि के मालिक होते हैं. ये सेना और पुलिस में अपना करियर बनाते हैं और उच्च पद पर पहुंचते हैं. ऐसे लोग रणनीति बनाने में माहिर होते हैं. इनमें तकनीकी ज्ञान भी भरपूर पाया जाता है. ये अच्छे इंजीनियर भी होते हैं. जब मंगल अशुभ होता है तो ये सही और गलत का निर्णय नहीं ले पाते हैं और परेशानियां उठाते हैं.
कर्क राशि (Cancer)- कर्क राशि को मंगल की नीच राशि माना गया है. मंगल इस राशि वालों को कुछ मामलों में विशेष परेशान करते हैं. मंगल की दृष्टि जब इस राशि पर पड़ती है तो व्यक्ति को अधिक क्रोध आता है. क्रोध में गलत काम भी कर बैठते हैं जिस कारण स्वयं को तो परेशानी उठानी पड़ती है दूसरों को भी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है.
वृश्चिक राशि (Scorpio)- मंगल ग्रह को वृश्चिक राशि का भी स्वामी बताया गया है. वृश्चिक राशि पर मंगल की दृष्टि पड़ती है तो ऐसा व्यक्ति सेहतमंद और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है. ऐसे लोगों के मन में क्या चल रहा है, इस बात का सामने वाला पता नहीं लगा पता है. ये अपनी योजनाओं को गुप्त रखने में माहिर होते हैं. ये अपने फैसले से सभी को चौंका देते हैं. अशुभ होने पर वृश्चिक राशि वालों को चोट और रक्त संबंधी परेशानियां देता है.
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