Bathroom Vastu dosh: पहले के जमाने में घर बनाते वक्त वास्तु का विशेष ध्यान दिया जाता था. पुराने घरों में शौचालय घर के बाहर ही बनाए जाते थे. बदलते वक्त से साथ सुविधाओं को मद्देनजर घर बनाए जाते हैं, जिसमें कई बार वास्तु का ध्यान नहीं होता. आज के दौर में घरों में बाथरूम के साथ ही अटैच टॉयलेट बनाने का प्रचलन बढ़ गया है, लेकिन वास्तु के मुताबिक ये अशुभ माना जाता है. इससे वास्तु दोष में वृद्धि होती है और घर के लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आइए जानते है टॉयलेट और बाथरूम का एक साथ होना कितना नुकसानदायक है.
क्यों साथ नहीं होना चाहिए बाथरूम-टॉयलेट (Why Bathroom Toilet Should Not Together)
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रह जल का कारक माने जाते हैं, इसलिए स्नानघर में चंद्रमा का वास होता है. वहीं टॉयलेट में राहु का प्रभाव होता है.
- अगर ये दोनों साथ बनाए जाते हैं तो राहु की वजह से चंद्रमा पर ग्रहण लग जाता और वो दोषपूर्ण हो जाता है.
- चंद्रमा मन के कारक हैं ऐसे में इनके दूषित होने पर हमें मानसिक और शारीरिक कष्टों से गुजरना पड़ता है.
- शास्त्रों में चंद्रमा अमृत और राहु विष का कारक होते हैं. विष और अमृत एक दूसरे के विपरीत है. ऐसे में बाथरूम और टॉयलेट को साथ बनाने से वास्तु दोष में बढ़ोत्तरी होने लगती है.
बाथरूम-शौचालय के साथ होने से आती हैं ये परेशानी (Attach Bathroom Toilet Vastu Dosh)
- बाथरूम और शौचालय के एक साथ होने से परिवार के लोगों में मतभेद होने लगते हैं.
- दांपत्य जीवन में लड़ाई झगड़े की वजह अटैच टॉयलेट और स्नानघर भी होते हैं
- इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और धन से संबंधित परेशानियां होने लगती है. तरक्की में रुकावटें आने लगती हैं.
- स्नानगृह और शौचालय को एक साथ बनाने से घर के लोगों का स्वास्थ बिगड़ने लगता है.
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