नई दिल्लीः अक्सर देखा गया है कि कई लोगों के विवाह में बाधाएं आती हैं. कई लोगों की शादी तय होते-होते रूक जाती है. कईयों को चाहकर भी सही जीवनसाथी नहीं मिलता. कई मामलों में मनपसंद साथी से विवाह नहीं हो पाता. ऐसे में अक्सर लोग टेढ़ी नजरों से देखने लगते हैं तो कई लोग किस्मत तक को कोसने लगते हैं. लेकिन इसमें सिर्फ आपका दोष नहीं है. कई बार ग्रहों के कारण भी ऐसा होता है. आज गुरूजी बता रहे हैं उन कारणों को जिनकी वजह से अक्सर विवाह में बाधाएं आ जाती हैं.


तकनीक का असर रिश्तों पर-
बच्चों के विवाह को लेकर माता-पिता अक्सर चिंतित रहते है. आज के दौर में आर्थिक और तकनीकी विकास हो रहा है जिसका असर रिश्तों पर भी पड रहा है. नतीजन परिवार के बीच प्रेम कम हो रहा है. पति-पत्नी के रिश्तों में सहनशीलता कम हो रही है. छोटी-छोटी बातें लड़ाई के रूप ले रही है. एक दूसरे के प्रति प्रेम और आदर कम हो रहा है. ऐसी स्थिति में ध्यान से और समझदारी के साथ वैवाहिक जीवन जरूरी है. यदि आपके धैर्य नहीं है तो विवाहित जीवन में समस्‍याएं आ सकती हैं.


ये हैं विवाह ना होने के मुख्य कारण-




  • कई बार कुछ ग्रहों के कारण वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आ सकती हैं.

  • कुछ रेखाएं जीवन में दिक्कतें उत्पन्न कर सकती हैं.

  • मंगल, बृहस्पति, राहु के निश्चित स्थिति में होने पर विवाह में दिक्कतें आती हैं.

  • मंगल, बृहस्पति, राहु ग्रह के सही ना होने पर मनचाहे व्यक्ति से विवाह करने में बाधाएं आती हैं.

  • मंगल, बृहस्पति, राहु अगर सप्तम को प्रभावित करें तो भी मनचाहे व्यक्ति से विवाह नहीं हो सकता.

  • ऐसी स्थिति में आपको धैर्य धारण करना पड़ेगा.

  • मंगल, बृहस्पति या राहु के समस्या या मतभेद बढ़ने की स्थिति में मानसिक जुड़ाव नहीं हो पाता है.

  • मंगल, बृहस्पति या राहु खराब होने की स्थिति में इंसान एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की तरफ बढ़ने लगता है.

  • राहु अगर सप्तम को प्रभावित करता है तो विवाह में धोखा मिलने के योग होते भी हैं.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.