(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Astrology: ज्यादा पढ़ने से कौन सा ग्रह होता है बलवान, यही दिलाता है सम्मान और बड़ा पद
Astrology: ज्योतिष के अनुसार गुरु ग्रह (Jupiter) ज्ञान के कारक हैं. गुरु के बलवान होने पर व्यक्ति ज्ञानवान बनता है. ऐसे लोग सफल होते हैं, बड़ा पद हासिल करते हैं और समाज में इनका मान-सम्मान बढ़ता है.
Astrology: शिक्षा (Education) जीवन का मूलभूत आधार है, जिसके बिना सफल जीवन की कल्पना नहीं की जाती. शिक्षा ग्रहण करने की पंरपरा सदियों से चली आ रही है. उच्च शिक्षा से बेहतर भविष्य का निर्माण होता है. यही कारण है कि, बाल्यावस्था से ही माता-पिता और गुरुजन छात्रों का भलि-भांति मार्गदर्शन कर शिक्षा प्रदान करते हैं.
ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) में शिक्षा का संबंध गुरु ग्रह (Jupiter Planet) से बताया गया है, जोकि ज्ञान के कारक ग्रह कहलाते हैं. वहीं किसी जातक की जन्मकुंडली (Kundli) के पंचम भाव से विद्या अध्ययन की गणना होती है. पंचम भाव के साथ ही कुंडली के द्वितीय और चतुर्थ भाव का अवलोकन भी शिक्षा के महत्वपूर्ण माना जाता है.
उच्च शिक्षा से गुरु होते हैं बलवान
जो छात्र मन लगाकर पढ़ते हैं, कड़ी मेहनत करते हैं और शिक्षा के प्रति अधिक जोर देते हैं उनपर गुरु ग्रह की कृपा सदैव बनी रहती है. क्योंकि उच्च शिक्षा के लिए गुरु को ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण कारक ग्रह माना जाता है.
गुरु अगर कर्क, धनु, मीन राशि में हैं तो ऐसे लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं. वहीं कर्क, धनु और मीन राशि में स्थित गुरु की दृष्टि पंचम भाव पर तो ऐसे लोग उच्च शिक्षा प्राप्त कर सफल होते हैं. गुरु की बलवान स्थिति से कुंडली में यह संकेत मिलता है कि, व्यक्ति को गुरु का अच्छा मार्गदर्शन मिलेगा जोकि उसके उच्च शिक्षा के सहायक साबित होगा.
उच्च शिक्षा के लिए बुध की भी महत्वपूर्ण भूमिका
बुध ग्रह (Mercury) को बुद्धि का कारक माना जाता है. ऐसे में उच्च शिक्षा में बुध का योगदान भी महत्वपूर्ण होता है. उच्च का बुध (कन्या राशिस्थ) और सूर्य के साथ युति वाले बुध उच्च कोटि की बौद्धिक क्षमता स्थापित करता है. लग्र, पंचम या एकादश भाव में स्थित बुध व्यक्ति को प्रखर बुद्धि वाला बनाता है. ऐसे लोगों को विभिन्न विषयों का ज्ञान प्राप्त होता है.
गुरु दिलाते हैं सम्मान और बड़ा पद
गुरु सभी ग्रहों में सबसे बड़े ग्रह हैं. ज्ञान के साथ ही इन्हें सुख, सौभाग्य का भी कारक माना जाता है. जब गुरु कुंडली में बलवान या उच्च होते हैं तो व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है और वह उच्च पद पर आसीन होता है. समाज में उसका कद बढ़ता है और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.
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