Astrology: प्यार में बार-बार धोखा, या बाधा मिलने से परेशान हैं तो सावन में इन ग्रहों को कर लें शांत
Astrology: प्यार में बार-बार धोखा मिल रहा है या कोई न कोई बाधा परेशानी बनी ही रहती है तो ग्रहों की अशुभता भी इसका एक बड़ा कारण हो सकती है.
Astrology, Sawan 2022: प्यार में जब बाधा या परेशानी की स्थिति बन जाती है तो मानसिक तनाव बढ़ जाता है. हर कार्य प्रभावित होने लगता है. कई बार व्यक्ति समझ नहीं पाता है कि उसे क्या करना चाहिए? जब इस तरह की स्थिति बनने लगती है तो इसके परिणाम कई बार गंभीर हो जाते हैं. इसलिए समय रहते ही इसका उपाय करना चाहिए.
ग्रहों का खेल (Astrology)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मनुष्य पर ग्रहों का विशेष प्रभाव पड़ता है. व्यक्ति की सफलता और असफलता में ग्रहों की शुभता और अशुभता महत्वपूर्ण भूमिका का निभाती है. ग्रह जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को परेशानी और बाधाओं का सामना करना पड़ता है. जब जीवन में इस तरह की स्थिति बनने लगे तो इसक उपाय करना आवश्यक हो जाता है.
प्रेम संबंधों में बाधा देते हैं पाप और क्रूर ग्रह (Kundli Love Life)
कुंडली का पंचम भाव हमारे प्रेम संबंधों को दर्शाता है. जब इस पर शुभ और सौम्य ग्रहों की दृष्टि पड़ती है तो व्यक्ति को सच्चा प्यार मिलता है. लव पार्टनर का भरपूर सहयोग प्राप्त होता है. प्यार में सफलता मिलती है. इतना ही नहीं लव पार्टनर आपके भाग्य में वृद्धि कराता है. लेकिन जब कुंडली के इस भाव पर पाप ग्रह या क्रूर ग्रह की दृष्टि पड़ती है तो प्रेम संबंधों में कोई न कोई बाधा आती ही रहती है. प्यार में सफलता भी नहीं मिलती है.
शनि, राहु और केतु को रखे शांत (Saturn, Rahu and Ketu Effects on Humans)
शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में एक क्रूर ग्रह माना गया है. इसके साथ राहु केतु को पाप ग्रह बताया गया है. इनमें से कोई भी ग्रह जब कुंडली के पंचम भाव पर दृष्टि डालता है तो प्यार में अड़चने आना शुरू हो जाती है. इन ग्रहों को कैसे शांत रखें, जानते हैं ज्योतिषीय उपाय-
सावन में शनि, राहु और केतु का उपाय (Sawan Upay)
सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना गया है. सावन मास भगवान शिव को समर्पित है. विशेष बात ये है कि भगवान शिव की पूजा से ये तीन ही ग्रह बहुत ही जल्द शांत होते हैं. इसलिए सावन का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है. जिन लोगों को इस तरह की दिक्कत आ रही है उनके लिए सावन का महीना विशेष है. सावन शनिवार को शनि देव की विधि पूर्वक पूजा करने से शनि शांत होते हैं. इस प्रकार से सावन सोमवार में भगवान शिव का अभिषेक करने से राहु केतु की शांति होती हैं. इन मंत्रों का जाप करें-
- शनि मंत्र (Shani Mantra)- ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
- राहु का मंत्र (Rahu Mantra)- ॐ रां राहवे नम:
- केतु का मंत्र (Ketu Mantra)- ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:
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