Puja Niyam: पूजा में दीप जलाने के लिए घी या तेल क्या इस्तेमाल करते हैं आप, जान लीजिए इसके पीछे का रहस्य
Puja Niyam: पूजा-पाठ में दीपक जलाना (Lighting Lamp) शुभ माना जाता है. ईश्वर के सामने दीप जलाने से जीवन का अंधकार, ग्रह दोष (Grah Dosh) और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. लेकिन दीपक घी या तेल किसके जलाएं?
Ghee Or Oil Which Puja Deepak Is Best: हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में पूजा-पाठ (Puja Path) के दौरान दीपक जलाने का महत्व है. भगवान के सामने दीप जलाना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि दीप जलाने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं. कुछ लोग घी का दीप जलाते हैं तो वहीं कुछ लोग तेल से भी दीप जलाते हैं. अब ऐसे में प्रश्न या उठता है कि घी या तेल किसी चीज से दीपक जलाना शुभ होगा.
पूजा में दीप जलाने का महत्व (Importance of Lighting Lamps During Worship)
नियमित पूजा-पाठ के दौरान हर घर पर दीप जलाना चाहिए. दीपक की रोशनी से न सिर्फ जीवन का अंधकार दूर होता है बल्कि इससे ग्रह दोष और नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) भी दूर होते हैं. दीपक को पंचतत्वों (आकाश, वायु, अग्नि, भूमि और जल) का प्रतीक माना गया है. शास्त्रों (Shastra) में दीप जलाने के महत्व को लेकर कहा गया है- तमसो मा ज्योतिर्गमय यानी अंधकार से प्रकाश की ओर.
पूजा के लिए कुछ लोग घी का दीप जलाते हैं तो वहीं कुछ लोग दीपक जलाने के लिए तेल जैसे सरसों तेल, तिल का तेल, चमेली का तेल आदि का भी इस्तेमाल करते हैं. शास्त्रों में बताया गया है घी या विभिन्न तरह के तेल से दीप जलाने के अलग-अलग महत्व है. आइये जानते हैं घी या तेल से दीप जलाने के महत्व.
घी का दीप जलाना सबसे शुभ
पूजा-पाठ या शुभ कार्यों के दौरान गाय के घी का दीप जलाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है. घी का दीप जलाने से घर पर शुभता का आगमन होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है. साथ ही घी के दीप से वातावरण शुद्ध होता है और वास्तु दोष (Vastu Dosh) दूर होते हैं.
- सरसों तेल का दीप: खासकर शनि देव (Shani Dev) की पूजा में सरसों तेल का दीप जलाना चाहिए. इसके साथ ही आप पीपल वृक्ष के पास भी सरसों तेल का दीप जला सकते हैं. इसके अलावा आप नियमित पूजा में भी घर पर सरसों तेल का दीप जला सकते हैं, इसमें कोई दोष नहीं है.
- अलसी तेल का दीप: राहु-केतु ( Rahu Ketu) ग्रह दोष या अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए असली तेल का दीप जलाना चाहिए.
- महुए के तेल का दीपक: पति की दीर्घायु की कामना के लिए महुए तेल का दीप जलाना शुभ होता है. वहीं महुए के तेल से आठ बाती वाला दीप जलाने से भगवान शिव (Lord Shiva) प्रसन्न होते हैं, कुंडली में शनि या सूर्य कमजोर होने पर, घर की अशांति दूर करने और स्वास्थ्य लाभ के लिए भी महुए के तेल का दीप जला सकते हैं.
- तिल के तेल का दीपक: धार्मिक दृष्टिकोण से तिल के तेल का दीप जलाने के भी कई लाभ हैं. मां लक्ष्मी (Laxmi ji) को प्रसन्न करने, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने, चंद्र ग्रह को मजबूत करने, शनि की साढ़ेसाती (Shani Sadesati) का प्रभाव कम करने और मानसिक शांति के लिए तिल के तेल की दीप जलाना चाहिए.
- चमेली के तेल का दीप जलाना: हनुमान जी (Hanuman ji) की पूजा में चमेली तेल का दीप जलाना शुभ होता है. इससे मनोकामना पूरी होती है. शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा के दौरान चमेली तेल का चौमुखा दीप जला सकते हैं.
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