Astrology : 'गीता' में कही बात इस राशि के लोगों पर बैठती है सटीक, इस एक आदत के कारण उठाते हैं बड़ा नुकसान
Astrology : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की अशुभता मनुष्य के स्वभाव को भी प्रभावित करती है. ग्रहों की अशुभता अवगुणों में वृद्धि करती है, जिस कारण परेशानी उठानी पड़ती हैं.
Zodiac Sign , Astrology : श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण कुरुक्षेत्र की रणभूमि में अर्जुन को मनुष्य के गुण और अवगुणों के बारे में बताते हैं. भगवान श्रीकृष्ण बताते हैं कि क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है. क्रोध में आकर मनुष्य सही और गलत का भेद भूल जाता है और कुछ ऐसे कदम उठा बैठता है जिसके कारण उसे गंभीर कष्ट और परेशानियां उठानी पड़ती हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राशियों पर ग्रहों का प्रभाव पड़ता है. ये प्रभाव शुभ-अशुभ दोनों तरह का होता है. जब किसी राशि पर क्रूर और पाप ग्रह की दृष्टि पड़ती है तो व्यक्ति के क्रोध में वृद्धि होती है. सही समय पर इस पर ध्यान न दिया जाए तो गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं. पाप ग्रह मजबूत हों और गलत संगत तथा बुरी आदतें घेरने लगें तो ये आग में घी काम करती हैं, इनसे सदैव बचना चाहिए. क्रोध के मामले में इन राशियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए-
वृषभ राशि (Taurus)- वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं. जिनकी मित्रता पाप ग्रह राहु से भी है. इस राशि में बैठे शुभ ग्रह पर जब पाप ग्रह राहु की दृष्टि पड़ती है तो व्यक्ति अपने क्रोध को रोक नहीं पाता है. इस राशि के लोग काफी साहसी और ऊर्जावान होते हैं. इन्हें गुस्सा भी जल्दी आता है. इन्हें छोटी सी बात भी बुरी लग जाती है. गुस्से में इन्हें अपने बोलने पर नियंत्रण नहीं रहता और ये सामने वाले को काफी कुछ भला-बुरा कह जाती हैं. इन्हें शांत करना काफी मुश्किल हो जाता है. इस राशि का स्वामी मंगल ग्रह है. अधिक गुस्सा आने के कारण कभी-कभी इन्हें दांपत्य जीवन में भी परेशानी उठानी पड़ती हैं. जिन लोगों का नाम ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो से आरंभ होता है, उनकी राशि वृषभ कहलाती है. इस राशि का प्रतीक एक बैल है.
सिंह राशि (Leo)- सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं. सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा यानि अधिपति कहा गया है. सूर्य की पाप ग्रह राहु और केतु से शत्रुता है. ये दोनों ग्रहों के कारण सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है. पाप ग्रह जब सूर्य के नजदीक हों या दृष्टि डालें तो क्रोध में बढ़ोत्तरी करते हैं. यही कारण है कि इस राशि के लोगों को काफी जल्दी गुस्सा आ जाती हैं. ये काफी इमोशनल भी होते हैं. इन्हें जरा सी भी बात बुरी लग जाती है. गुस्से में ये अपने आप पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं और सामने वाले से अपना रिश्ता तक तोड़ लेते हैं. लव रिलेशन में इन्हें मुश्किल आती है. जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे से शुरु होता है, उनकी राशि सिंह होती है. इस राशि का स्वामी सूर्य है.
क्रोध पर काबू पाने के उपाय
भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करें. भगवान शिव की पूजा जहां राहु को शांत करती है, वहीं गणेश जी की पूजा से केतु की शांति होती है. सोमवार और बुधवार को पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है. सोमवार का दिन भगवान शिव और बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से ये दोनों ही देवता उत्तम फल प्रदान करते हैं.
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