अंकशास्त्र के पहले 1 से लेकर 11 तक सभी अंक शुभ और सर्वाेत्तम होते हैं. टाटा बिरला जैसी कंपनियों के नाम के अंक इनमें से ही हैं. एक से लेकर पहले नौ अंक क्रमशः सूर्य चंद्रमा गुरु राहू बुध शुक्र केतु शनि और मंगल केे माने गए हैं. ये सभी श्रेष्ठ अंक हैं. उपर्युक्त अंकों के अतिरिक्त महत्वपूर्ण अंकों में सूर्य के लिए 28 व 47 और चंद्र के लिए 29 व 38 को छोड़ कर सभी अंक उत्तम हैं.
गुरु के लिए 12 और 48 को हटा दें. शेष सभी तीन अंक योग वाले अंक शुभ हैं. इनमें भी 21 व 30 विशेष शुभकर हैं. राहू के 13 और 31 अंक कमजोर हैं. अन्य सभी शुभकर हैं। जैसे - 22 40 58 इत्यादि.
बुध पांच अंक से संबंध रखता है. 32 और 59 को छोड़कर सभी सकारात्मक प्रभाव वाले हैं. 23 अत्यंत ही शुभ अंक माना गया है. कहा जाता है कि हिन्दी के अंकों में लिखने पर इसकी आकृति ओम् के जैसे बनती है.
शुक्र का अंक 6 है. 24 42 के अतिरिक्त छह योग के सभी अंक शुभ हैं. इनमें 15 और 51 विशेष फलदायी हैं.
केतु 7 अंक के स्वामी माने जाते हैं. इसके 7 70 और 97 विशेष शुभ अंक हैं, अन्य अंकों से बचाव रखें. इनमें भी 34 43 अधिक कमजोर अंक हैं.
8 अंक शनि का है. 35 व 53 कोे छोड़कर अन्य अंक सामान्य और शुभ हैं. विशेष शुभ अंक 17 और 71 हैं.
ग्रहों के सेनापति मंगल का अंक 9 है. इस अंक खूबी है कि 9 से किसी अंक का गुणा करने पर आने वाले अंक के सभी अंक जोड़ने पर 9 ही आता है, 18 और 63 छोड़कर सभी अंक शुभ हैं,
अंग्रेजी वर्णमाला के अल्फाबेट के अनुसार-
ऐ, आई, जे, वाय का अंक 1 है
बी, के, आर का अंक 2 है
सी, जी, एल, एस का अंक 3 है
डी, एम, टी का अंक 4 है
ई, एच, एन, एक्स का अंक 5 है
यू, वी, डब्ल्यू का अंक 6 है
ओ, जेड का अंक 7 है
एफ, पी का अंक 8 है
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सौ अंकों के भीतर ये हैं सर्वाेत्तम अंक, अंग्रेजी वर्णमाला के अल्फाबेट के अनुसार कौन सा नंबर है लकी
एस्ट्रोलॉजर अरुणेश कुमार शर्मा
Updated at:
18 Jan 2021 10:02 PM (IST)
अंक ज्योतिष वृहत विषय है. अंकों का ध्यान जन्म तारीख से लेकर घर, गाड़ी, नाम आदि में प्रमुखता से रखा जाता है. अंकशास्त्र में पहले सौ अंकों में कुछ अंक अति महत्व के माने गए हैं. अंकों को व्यक्तिगत जन्मतिथि और नामांक के शुभ अंकों से मैच कर महत्वपूर्ण नंबर जान सकता है.
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