Hindu Marriage Rituals: विवाह को लेकर हिंदू धर्म में कई पंरपराएं हैं, जिसमें से एक है हल्दी. ये परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिसमें दूल्हा-दुल्हन को शादी के पहले हल्दी लगाई जाती है. इस रस्म को दोनों पक्ष के लोग (दूल्हा-दुल्हन) बड़े ही धूमधाम से करते हैं. इस रस्म को कहीं-कहीं हल्दी उबटन के नाम से भी जाना जाता है. हल्दी को बहुत ही पवित्र माना गया है इसलिए जब हल्दी दूल्हा-दुल्हन को लगाई जाती है तो वो पूरी तरह से पवित्र हो जाते हैं. आइए जानें विवाह के दौरान हल्दी लगाने के धार्मिक और वैज्ञानिक कारण क्या होते हैं. 


धार्मिक कारण



  • हिंदू धर्म में सभी शुभ एवम मांगलिक कार्यों में भगवान विष्णु की पूजा बहुत महत्वपूर्ण होती है. विवाह में भी भगवान विष्णु का पूजन होता है और इस पूजा में हल्दी का प्रयोग किया जाता है. 

  • मान्यताओं के अनुसार हल्दी को सौभाग्य का प्रतीक माना गया है इसलिए विवाह में दूल्हा-दुल्हन को हल्दी लगाई जाती है. इस रस्म से दूल्हा- दुल्हन को शुभ फल मिलते हैं.

  • दूल्हा- दुल्हन को नजर ना लगे और वह नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहें इसलिए भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है. 


वैज्ञानिक कारण



  • हल्दी में एंटीबायोटिक और एंटी बैक्टीरियल गुण पाएं जाते हैं और जब यह हल्दी दूल्हा-दुल्हन को लगाई जाती है तो स्किन से जुड़ी सभी समस्याएं खत्म हो जाती हैं. 

  • हल्दी लगाने से त्वचा पर जमी हुई गंदगी पूरी तरह साफ से हो जाती है और त्वचा की चमक बढ़ती है. इसलिए जब इसका रंग दूल्हा-दुल्हन पर चढ़ता है तो उनकी खूबसूरती निखर जाती है.

  • विवाह के समय काम की वजह से थकान और सिरदर्द की समस्या बढ़ जाती है इसलिए जब हल्दी लगाई जाती है तो इन दर्द से छुटकारा मिलता है.


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