Budh Grah Upay: बुध ग्रह को बुद्धि, संचार और निर्णय क्षमता का प्रतीक माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को महत्वपूर्ण ग्रह का दर्जा प्राप्त है. 25 जुलाई को बुध ने सिंह राशि में गोचर किया है. सिंह रचनात्मकता का कारक है जबकि बुध को कौशल का ग्रह कहा जाता है. कुंडली में बुध ग्रह मजबूत हो तो लोग मृदुभाषी और मजाकिया स्वभाव के होते हैं. 


मजबूत बुध के प्रभाव से व्यक्ति व्यापार के क्षेत्र में खूब लाभ कमाता है. वहीं कमजोर बुध बुद्धि को भ्रमित करता है. कुंडली के द्वितीय भाव में नीच ग्रह के साथ बुध की स्थिति होने पर बुध कमजोर होता है. 


कमजोर बुध के लक्षण (Weak Mercury)



कुंडली के आठवें भाव में बुध हो तो जातकों को तमाम तरह की बीमारियां झेलनी पड़ती हैं. यहां बुध के साथ राहु भी मौजूद होता है तो ऐसे व्यक्तियों को कानूनी मुकदमें झेलने पड़ते हैं. बुध के साथ मंगल हो तो जातकों को व्यापार में नुकसान, आंखों की समस्या, नसों की समस्या झेलनी पड़ती है. नवम भाव में नीच ग्रह के साथ बुध की स्थिति हो तो जातकों को मानसिक बेचैनी उठानी पड़ती है.


ग्यारहवें भाव में बुध की स्थिति बुरे परिणाम देती है और व्यक्ति को मान- सम्मान जाने की हानि होती है. कुंडली में बुध कमजोर हो तो आर्थिक तंगी, मान सम्मान, यश में कमी, पढ़ाई में मन ना लगने की परेशानी, बुद्धि भ्रष्ट होने की समस्या, आदि परेशानियां झेलनी पड़ती हैं.


बुध मजबूत करने के ज्योतिषीय उपाय (Astro Remedies)


जिन लोगों की कुंडली (Kundali) में बुध कमजोर हो उन्हें भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणेश मंदिर में जाकर लड्डुओं का भोग लगाना शुभ रहता है.  बुधवार का व्रत रखना अति उत्तम होता है. इस दिन गायों को हरी घास खिलानी चाहिए. पन्ना रत्न धारण करने से भी जातकों को विशेष लाभ मिलता है.  किन्नरों को वस्त्र और हरी चूड़ियां दान करें.


बुध के कमजोर होने पर लोगों को तुलसी को जल अर्पित करना चाहिए. बुधवार के दिन तुलसी के पत्ते का सेवन करना लाभकारी होता है. बुध के कमजोर होने पर शराब, अंडे और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए. मंदिर में जाकर दूध और चावल का दान करें.


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