Rashi Parivartan December 2022, Budh Surya Gochar 2022: दिसंबर माह ग्रहों के राशि परिवर्तन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन, चाल परिवर्तन और उनके किसी राशि में रहने की अवधि का बहुत महत्त्व होता है. इन सब का सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है. जब किसी एक राशि में दो ग्रहों का मिलन होता है तो इनकी शुभता- अशुभता और बढ़ जाती है.
पंचांग के अनुसार धनु राशि में बुध और सूर्य का मिलन होने जा रहा है. ग्रहों के युवराज बुध 3 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश कर चुके हैं और अब 16 दिसंबर को सूर्य देव भी धनु राशि में प्रवेश करेंगे. 16 दिसंबर को धनु राशि में जब बुध और सूर्य का मिलन होगा तो इन राशियों का भाग्योदय होगा. इस दौरान इन्हें कई प्रकार के लाभ होंगे. इनके आय के स्रोत बढ़ेंगे. जिससे इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
इन राशियों का होगा भाग्योदय
वृषभ राशि : गोचर के समय बुध और सूर्य इस राशि के जातकों की कुंडली में आठवें भाव में विराजमान होंगे. इससे इनके आय के स्रोत बढ़ेंगे और इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. इस दौरान ये लोग धन बचत करने में सफल होंगे. जो जातक शोध कार्य में लगे हैं, उन्हें इस दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे.
कन्या राशि : ज्योतिष के अनुसार, गोचर के समय बुध और सूर्य दोनों ग्रह कन्या राशि के चौथे भाव में विराजमान रहेंगे. इससे संपत्ति खरीदने का प्रबल योग बन रहा है. इस दौरान इनका कई अधूरा काम पूरा हो सकता है. व्यापार में लाभ मिलने के योग बनें हुए हैं. घर परिवार में खुशियां आ सकती हैं. मां के साथ संबंध बेहतर रहेगा. उनका पूरा सहयोग मिलेगा.
धनु राशि : बुध और सूर्य देव का धनु राशि में गोचर इन लोगों के लिए बेहद लाभप्रद होगा. व्यवसाय में मुनाफा हो सकता है, पदोन्नति हो सकती है. करियर में भी सफलता मिल सकती है.
मिथुन राशि : इस दौरान इन लोगों को कई सफलतायें मिलेंगी. इनके प्रेम सम्बन्धों में मजबूती आयेगी. विवाह के योग्य लोगों को विवाह का प्रस्ताव मिल सकता है. व्यापार में मुनाफा होगा. नौकरी में सकारात्मकता रहेगी.
यह भी पढ़ें
Shukra Gochar 2022: शुक्र गोचर कल, मिथुन समेत ये 5 राशि वाले रहें अति सावधान
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.