(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chaitra Amavasya 2022 : राहु की राशि बदलने से पहले चैत्र अमावस्या पर कर लें ये उपाय, फिर देखें चमत्कार
Chaitra Amavasya 2022 : 1 अप्रैल का दिन विशेष है. इस दिन अमावस्या की तिथि है. इसे चैत्र अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन राहु और केतु की पूजा का विशेष संयोग बना है.
Chaitra Amavasya 2022 : पंचांग के अनुसार 1 अप्रैल 2022, शुक्रवार को चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. चैत्र मास की अमावस्या तिथि को हिंदू धर्म में विशेष माना गया है. शास्त्रों में अमावस्या की तिथि के बारे में विस्तार से बताया गया है. अमावस्या की तिथि में की गई पूजा और उपाय से राहु और केतु से जुड़े दोषों को दूर किया जा सकता है.
पितृ दोष (Pitra Dosh)
ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष को एक अशुभ योग माना गया है. जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में यह अशुभ योग बनता है. उसके जीवन में सदैव कष्ट, बाधा और संघर्ष की स्थिति बनी ही रहती है. ऐस व्यक्ति को मान सम्मान पाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है. धन की कमी बनी रहती है. व्यापार और जॉब में भी निरंतर परेशानियां बनी रहती हैं. ये दोष पाप ग्रह राहु और केतु के कारण जन्म कुंडली में बनता है.
राहु-केतु (Rahu-Ketu)
राहु और केतु को ज्योतिष शास्त्र में पाप ग्रह माना गया है. ये दोनों ग्रह जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं के भी कारक माने गए हैं. राहु- केतु को छाया ग्रह भी कहा गया है. ये ग्रह शुभ फल भी प्रदान करते है. उपाय और पूजा से इन ग्रहों को शांत किया जा सकता है. अमावस्या की तिथि राहु और केतु की शांति के लिए अच्छी मानी गई है. पंचांग के अनुसार 1 अप्रैल 2022 को अमावस्या की तिथि है. विशेष बात ये है अमावस्या के ठीक 12 दिन बाद यानि 12 अप्रैल को राहु और केतु का राशि परिवर्तन हो रहा है.
राहु की शांति का उपाय
1 अप्रैल 2022, शुक्रवार को राहु को शांत करने का विशेष संयोग बना हुआ है. इस दिन राहु को शांत करने के लिए सात प्रकार के अनाज का दान करना चाहिए. इसके साथ ही नीले वस्त्र, कांच से बनी चीजों का दान करने से भी राहु की शांति होती है. इस दिन भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करने से भी लाभ प्राप्त होता है. चैत्र माह में आने वाली अमावस्या को चैत्र अमावस्या के नाम से जानते हैं. अमावस्या के दिन पितृदोष से मुक्ति और पितरों का तर्पण, दान आदि किया जाता है.
चैत्र अमावस्या मुहूर्त
चैत्र अमावस्या 01 अप्रैल 2022, शुक्रवार के दिन है. हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र अमावस्या तिथि 31 मार्च दोपहर 12:22 मिनट से शुरू 01 अप्रैल को सुबह 11:53 मिनट पर समाप्त होगी.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
राशिफल 1 अप्रैल 2022: मेष, सिंह और मीन राशि वालें सावधान रहें, जानें 12 राशियों का राशिफल