Chaitra Navratri 2023 2nd Day: नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की विधिवत पूजा-अर्चना, जानें इससे जुड़ी ज़रूरी बातें
Chaitra Navratri 2023 2nd Day Puja: नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, कैसे करें दूसरे नवरात्रि की तैयारी जानें सम्पूर्ण पूजन विधि के बारे में ज्योतिषर्चाय डॉ आरती दहिया से.
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Chaitra Navratri 2023 2nd Day: चैत्र नवरात्रि का प्रारम्भ हो चुका है. चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधिवत की जाती है. दूसरे दिन नवरात्रि में मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. इस दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ जरुर करें. नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है . इस दिन साधक अपने मन को मां के चरणों में लगाते हैं. ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली. इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तप का आचरण करने वाली.
मां का स्वरुप
- मां के दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएं हाथ में कमण्डल रहता है.
- मां ब्रह्मचारिणी पवित्रता, शांति, तप और शुद्ध आचरण का प्रतीक मानी जाती हैं.
मां ब्रह्मचारिणी पूजा-विधि
- प्रातः जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं.
- स्नान के पश्चात सफेद वस्त्र धारण करें.
- घर में मौजूद मां की प्रतिमा में मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप स्मरण करें.
- मां ब्रह्मचारिणी को पंचामृत से स्नान कराएं.
- मां ब्रह्मचारिणी को सफेद या पीले वस्त्र अर्पित करें.
- मां ब्रह्मचारिणी को रोली, अक्षत, चंदन (चंदन का तिलक लगाने के लाभ) आदि चढ़ाएं.
- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा में गुड़हल या लाल रंग के फूल का ही प्रयोग करें.
- मां ब्रह्मचारिणी का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप करें.
- मां ब्रह्मचारिणी की आरती उतारें और भोग लगाएं.
मां ब्रह्मचारिणी भोग
मां ब्रह्मचारिणी को चूरी देसी शक्कर और देसी घी का भोग लगाए.
भोग लगाने से आपको लम्बी उम्र का वरदान मिलेगा.
मां ब्रह्मचारिणी को लाल रंग बहुत पसंद है.
मां ब्रह्मचारिणी के पूजा मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः इस मंत्र का जाप करें.
मां ब्रह्मचारिणी की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, मां ने शिव जी को पाने के लिए कठोर तप किया था और उनका यह रूप शैलपुत्री कहलाया था लकिन मां ने ताप के समय जिन नियमों का पालन किया और जिस प्रकार का शुद्ध एवं पवित्र आचरण इस तपस्या के दौरान निभाया उसी के कारण वह ब्रह्मचारिणी कहलाईं.
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