Chaitra Navratri 2023: पंचक में होगी नवरात्रि की शुरुआत, साथ ही बनेगा शुभ ग्रहों का योग, जानें पंचक में योग
Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि का पर्व शुरु होने वाला है, नवरात्रि के साथ पंचक भी लगेगा डॉ. अनीस व्यास जी से जानते हैं पंचक काल में पूजा-अर्चना करने का प्रभाव और किन ग्रहों का बन रहा है योग.
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Chaitra Navratri 2023: हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. वैसे तो साल में चार नवरात्रि तिथियां होती हैं, लेकिन इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि को प्रमुख माना जाता है. चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है. इस साल इस बार चैत्र नवरात्रि बुधवार 22 मार्च 2023 से प्रारंभ हो रहे हैं, जिसका समापन 30 मार्च होगा.
इस साल मां दुर्गा का आगमन नौका पर होगा. शास्त्रों में मां के इस रूप को भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण करने वाला माना जाता है. खास बात ये है कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं. इस समय में घटस्थापना आपके लिए बहुत ही लाभदायक और उन्नतिकारक सिद्ध हो सकता है.
चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि से ही नया हिंदू वर्ष प्रारंभ हो जाता है. चैत्र नवरात्रि में अबकी बार पूरे नौ दिनों की नवरात्रि होगी. नवरात्र की खास बात यह है कि नवरात्र से एक दिन पहले पंचक लगेगा. पंचमी तिथि तक पंचम काल में देवी आराधना की जाएगी. पंचक काल को पूजा-अर्चना के लिए शुभ माना जाता है. मंदिरों में सुबह 6.23 से 7.32 बजे तक और घर-घर में अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11.05 से 12.35 बजे के मध्य घट स्थापना की जाएगी.
पंचक 19 मार्च से शुरू हो रहे हैं और 23 मार्च को खत्म होंगे. लेकिन इस बार पंचक के साथ ही इस दिन 4 ग्रह एक साथ मीन राशि में संयोग बनाकर गोचर कर रहे होंगे. साथ ही कई शुभ योग भी इस दिन उपस्थित रहेंगे जैसे, गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, हंस योग, शश योग, धर्मात्मा और राज लक्षण योग भी इस दिन बना रहेगा. ऐसे शुभ संयोगों के कारण पंचक को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. वैसे भी माता सभी अशुभ प्रभाव को दूर करने में सक्षम हैं और काल के लिए मां महाकाली भी हैं.
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