Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है. नवरात्रि में माता रानी को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय और टोटके आजमाए जाते हैं. इसके साथ ही नवरात्रि में कुछ मंत्र भी बेहद प्रभावशाली हो जाते हैं. नवरात्रि में माता रानी के इन मंत्रों के जाप से घर में सुख-समृद्धि आती है और हर कष्ट से छुटकारा मिलता है.


शास्त्रों के अनुसार इन मंत्रों का शुद्ध और सच्चे मन से उच्चारण करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं. नवरात्रि में इन मंत्रों के जाप से माता रानी प्रसन्न होती हैं और हर काम में सफलता मिलती है. नवरात्रि के 9 दिनों तक इन मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए. आइए जानते हैं दुर्गा माता के इन चमत्कारी मंत्रों के बारे में.



मां दुर्गा के इन मंत्रों का करें जाप 


1. ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।



2. या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


3. सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।


4. नवार्ण मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ का जाप अधिक से अधिक अवश्‍य करें.


5. पिण्डज प्रवरा चण्डकोपास्त्रुता।
प्रसीदम तनुते महिं चंद्रघण्टातिरुता।।
पिंडज प्रवररुधा चन्दकपास्कर्युत । प्रसिदं तनुते महयम चंद्रघंतेति विश्रुत।


ये भी पढ़ें


चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना में भूलकर भी ना करें ये गलतियां, जान लें सही नियम


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.