Chaitra Navratri 7th Day: 15 अप्रैल यानी आज चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन है. नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. उन्हें देवी पार्वती के समतुल्य माना जाता है. मां कालरात्रि के नाम का अर्थ होता है अंधेरे को खत्म करने वाली देवी. 


मां कालरात्रि का वर्ण कृष्ण वर्ण के समान है. वो गधे की सवारी करती हैं. इस देवी की चार भुजाएं होती हैं जिसमें से दोनों दाहिने हाथ में वह अभय और वरद मुद्रा धारण किए हुए हैं जबकि बाएं हाथ में उन्होंने तलवार और खड़ग लिया हुआ है. इस दिन किए गए उपाय नौकरी में सफलचा दिलाते हैं. जानते हैं इन उपायों के बारे में.


नवरात्रि के सातवें दिन के उपाय (Navratri Upay)




  • नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए. इस दिन रात्रि जागरण कर दुर्गा सप्तशती का पाठ करना शुभ होता है. इससे नौकरी में तरक्की के योग बनते हैं और जीवन की सारी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं.

  • नवरात्रि की सप्तमी तिथि के दिन मां कालरात्रि को पेठे का भोग लगाना चाहिए. इससे मां की कृपा से बल और विजय की प्राप्ति होती है. यह उपाय करने से कानूनी मामलों में भी विजय प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. 

  • आज के दिन देवी के 32 नामों का जाप विशेष फलदाई माना जाता है. सप्तमी पर जो भी भक्त रात में मां के 32 नाम का 108 बार जाप करता है, मां उसके जीवन से सभी परेशानियां दूर कर देती हैं और उन्हें रोग-शोक से भी मुक्ति मिलती है. 

  • नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर देवी को खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए. मां कालरात्रि को उड़द दाल की खिचड़ी बनाकर भोग लगाएं और पूजा के बाद इसे प्रसाद के रूप में लोगों को बांट दें. इससे जीवन भर मां की कृपा बनी रहती है. 

  • मां कालरात्रि को गुड़हल का फूल बहुत पसंद होता है. सप्तमी तिथि पर पूजा के दौरान मां को लाल गुड़हल की माला अर्पित करना बहुत शुभ होता है. ऐसा करने से मां प्रसन्न होकर भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.


ये भी पढ़ें


नवरात्रि में घर पर खुद इस आसान विधि से करें हवन, जान लें पूजन सामग्री और मंत्र


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.