Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि शुरू हो चुके हैं. चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से हो गई है. नवरात्रि में अगर आप अपनी राशि के अनुसार देवी की आराधना करेंगे तो आपको फचित फल की प्राप्ति होगी. नवरात्रि के नौ दिनों में मां भगवती की स्तुति की जाती है. मां भगवती को नव दुर्गा कहा जाता है. मां के नौ रूप है, पहली शैलपुत्री, दूसरी ब्रह्मचारिणी, तीसरी चंद्रघंटा, चौथी कूष्मांडा, पांचवी स्कंध माता, छठी कात्यायिनी, सातवीं कालरात्रि, आठवीं महागौरी और नौवीं सिद्धिदात्री.
मां के इन नौ रूपों की आराघना अगर अपनी राशि अनुसार की जाए तो उसका उचित फल प्राप्त होता है.
राशि अनुसार करें देवी की पूजा (Rashi Anusar Karen Devi Ki Puja)
मेष राशि- अगर आपकी राशि मेष है तो आपको मां के पहले रूप शैलपुत्री की आराधना करना चाहिए.
वृषभ राशि- अगर आपकी राशि वृषभ है तो आप को मां के दूसरे रूप देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना करनी चाहिए.
मिथुन राशि- मिथुन राशि वालों को मां दुर्गा के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की आराधना करनी चाहिए.
कर्क राशि - कर्क राशि वालों को मां दुर्गा के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की आराधना करना शुभ फल देगा.
सिंह राशि- वहीं अगर आपकी राशि सिंह हैं तो आपको मां दुर्गा के सातवें रूप कालरात्रि की आराधना करनी चाहिए.
कन्या राशि- अगर आपकी कन्या राशि है तो आपकी मां दुर्गा के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की आराधना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
तुला राशि -अगर आपकी राशि तुला है तो आपको मां के दूसरे रूप देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना करनी चाहिए.
वृश्चिक राशि- अगर आपकी राशि वृश्चिक है तो आपको मां दुर्गा के पहले रूप देवी शैलपुत्री की आराधना करना शुभ रहेगा.
धनु राशि- धनु राशि के जातको को दुर्गा मां के पहले रूप देवी शैलपुत्री की आराधना करनी चाहिए.
मकर राशि- मकर राशि वाले मां दुर्गा के नौवें रूप मां सिद्धिदात्री की आराधना करें. इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी.
कुंभ राशि - कुंभ राशि राशि वाले मां दुर्गा के नौवें रूप मां सिद्धिदात्री की आराधना करें. इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी.
मीन राशि- मीन राशि वाले मां भवानी के नौवें रूप मां सिद्धिदात्री की पूजा करें.
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