Chanakya Neeti: दुनिया में हर एक इंसान सम्मान की इच्छा रखता है, लेकिन सम्मान देना बहुत कम लोग चाहते हैं, वो इसलिए क्योंकि प्रत्येक मनुष्य स्वाभाविक रूप से लेना तो पसंद करता है, परंतु जब कुछ देने का समय आता है तब उसे पीड़ा होती है. यही वजह है जिसके कारण आज हमारे रिश्ते बनकर टूट जाते हैं. चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को सम्मान देने से प्राप्त होता है. जो व्यक्ति दूसरे के हितों का ध्यान रखता है. पद, प्रतिष्ठा और बिना लोभ के जो दूसरों को सम्मान दे, ऐसे व्यक्ति का हर कोई आदर और सम्मान करता है. ऐसे व्यक्ति समाज में वंदनीय होते हैं. समाज ऐसे लोगों को उदाहरण के तौर पर देखता है. इसलिए सम्मान पाना चाहते हैं तो दूसरों को भी उतना मान सम्मान दें जितना आप दूसरों से सम्मान के मामले में उम्मीद रखते हैं.
झूठ से रहें दूर
अगर आप किसी से झूठ बोलकर खुद कोई लाभ लेते हैं तो एक दिन आपका झूठ जरूर पकड़ा जाएगा और आप अपना मान-सम्मान खो बैठेंगे. ऐसे में भूलकर भी झूठ का सहारा लेकर किसी कार्य को ना करें।
बुराई न करें
कुछ लोग हमेशा किसी न किसी की कुछ न कुछ बुराई ही करते हैं. ऐसे लोग किसी की खुशियां या तरक्की को देख नहीं पाते, इसलिए बुराई करके अपने मन को शांत करते हैं. ऐसे लोगों को जमाना कभी सम्मान की नजर से नहीं देखता.
विनम्र रहें
चाणक्य के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव हमेशा विनम्र होना चाहिए. जो व्यक्ति विनम्र रहता है उसे समाज में भी मान-सम्मान मिलता है. जिस व्यक्ति के स्वभाव में विनम्रता का गुण होता है वह सफलता हासिल करने में सक्षम होता है.
न बदलें स्वभाव
अपने स्वार्थ और लाभ के लिए अनुशासन को नहीं भूलना चाहिए. स्वार्थी व्यक्ति को समाज में अपमान का सामना करना पड़ सकता है. मानव हित में किए गए कार्यों से मान-प्रतिष्ठा बढ़ती है.
लालच से बचें
हमेशा मेहनत से धन कामना चाहिए. लालच में आकर अक्सर लोग छल कपट करके धन कमाते हैं. ऐसा करने से बचें. ऐसा धन किसी काम का नहीं होता है. ये लंबे समय तक नहीं रुकता है.
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