Chandra Grahan 2023: साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023, शुक्रवार के दिन लगा था, इस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी थी. ये एक उप छाया चंद्रग्रहण था, जो भारत में नजर नहीं आया, लेकिन लोगों ने नियम अनुसार ग्रहण के समय किए जानें वाली बातों को ध्यान में रखा और पूरी सावधानी बरती.


ऐसा माना जाता है कि ग्रहण से प्रभावित होने वाले राशियों पर इसका प्रभाव 3 महीने तक बना रहता है. लेकिन शुरु का 1 महीना सबसे ज्यादा इसका प्रभाव रहता है. इस बार के चंद्र ग्रहण से सबसे ज्यादा जो दो राशियां प्रभावित हुईं है वो हैं मेष और तुला. मेष और तुला राशि वालों को ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव होगा. मेष और तुला राशि वालों को 3 महीने बहुत सावधानी से काटने की जरुरत है.



चंद्र ग्रहण के बाद क्या ?


2023 का पहला चंद्र ग्रहण लग चुका है लेकिन चंद्र ग्रहण लगने के साथ ही ग्रह स्थितियों में भी बदलाव आता है और चंद्रमा का पीड़ित होना कहीं से भी अनुकूल नहीं है. कहने को तो यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण था लेकिन इस स्थिति में भी चंद्रमा पीड़ित तो होता ही है और ज्योतिष गणनाओं के अनुसार देखें तो इसका देश, समाज और दुनिया पर दुष्प्रभाव देखा जा सकता है. चंद्रमा केतु के साथ ग्रसित होकर कुंडली में विराजमान है और उससे सप्तम भाव में राहु, सूर्य, बुध और गुरु है, जहां पर राहु एक प्रकार से सूर्य और बृहस्पति को पीड़ित कर रहा है. इन सभी ग्रहों के पीड़ित अवस्था में होने के कारण इस ग्रहण के कुछ विशेष प्रभाव आने वाले समय में दिखाई दे सकते हैं. सूर्य, बुध, शुक्र और राहु के ऊपर शनि की दृष्टि भी है.


देश-दुनिया पर चंद्र ग्रहण का असर



  • इस ग्रहण के प्रभाव से दुनिया भर में विभिन्न लोगों पर इसका कुछ बुरा प्रभाव भी देखने को मिल सकता है, जिनमें संक्रामक रोगों में बढ़ोतरी हो सकती है.

  • जल संकट का सामना करना पड़ सकता है. बड़े देशों के बीच तनाव और संघर्ष और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है.

  • कुछ नए देशों के बीच भी संघर्ष होने के योग बन सकते हैं.

  • जलीय मार्गों पर अतिक्रमण और उस विरोध में सामरिक विवाद बढ़ सकते हैं. कोरोना या उस जैसी समस्या थोड़े समय के लिए फिर से जोर पकड़ सकती है.

  • वुमन एंपावरमेंट को लेकर बातें तो होंगी लेकिन महिलाओं की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लग सकता है. किसी देश की राष्ट्राध्यक्ष को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. 

  • इस चंद्रग्रहण के दुष्प्रभाव भी समस्त जगहों पर महसूस किए जा‌ सकते हैं क्योंकि यह पृथ्वी का एक महत्वपूर्ण उपग्रह है और पृथ्वी का चक्कर लगाता है.

  • हमारे जीवन में चंद्रमा बहुत महत्वपूर्ण स्थान भी रखता है, इसलिए चंद्र ग्रहण चंद्रमा के पीड़ित होने का समय है.


करें ये उपाय



  • चंद्रमा के बीज मंत्र का जाप निरंतर करते रहने से बहुत लाभ मिलेगा और मानसिक शांति भी मिलेगी.

  • भगवान शिव का जलाभिषेक और दुग्ध अभिषेक करने से भी अनेक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है .

  • इस ग्रहण के प्रभाव में भी बहुत कमी आने की संभावना रहेगी.


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