Chandra Grahan 2023: कब लगेगा साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण, जानें तिथि, समय और सूतक से जुड़ी सारी जानकारी
Chandra Grahan 2023: 5 मई को चंद्र ग्रहण लगा था. अब इसके बाद साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को लगेगा. इस चंद्र ग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा. इसलिए यहां इसका सूतक भी मान्य रहेगा.
Chandra Grahan 2023, Date Time Sukal Importance in Hindi: साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा के दिन शुक्रवार 5 मई को लगा. यह ग्रहण दुनियाभर के कई हिस्सों में देखा गया लेकिन भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं दिया.
अब इसके बाद साल का दूसरा चंद्र ग्रहण रविवार 29 अक्टूबर 2023 को लगेगा. यह साल का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा. यह चंद्र ग्रहण इसलिए भी खास रहेगा क्योंकि यह पूरे साल में लगने वाले सभी ग्रहणों में एक मात्र ऐसा ग्रहण होगा, जिसे भारत में देखा जा सकेगा. इसलिए यहां इसका सूतक भी मान्य होगा. जानते हैं साल के दूसरे चंद्र ग्रहण से जुड़ी सभी जानकारी.
कब लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण
5 मई के बाद साल 2023 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को लगेगा. चंद्र ग्रहण रात 01:06 पर शुरू होगा और 02:22 पर समाप्त हो जाएदा. भारत में ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटे 16 मिनट की होगी.
दूसरे चंद्र ग्रहण का सूतक काल
रविवार 29 अक्टूबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. इसलिए यहां इसका सूतक भी मान्य होगा और शुभ-मांगलिक कार्य समेत पूजा-पाठ आदि वर्जित होंगे. चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले ही सूतक काल मान्य हो जाता है. सूतक लगते ही मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं.
कब लगता है चंद्रमा को ग्रहण
विज्ञान के अनुसार जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है तो चंद्र ग्रहण लगता है. इसे अद्भुत खगोलीय घटना माना जाता है. वहीं ज्योतिष मे इसे समुंद्र मंथन की कथा और राहु-केतु से जोड़ा जाता है. इसलिए ग्रहण लगने की घटना को धार्मिक नजरिए से शुभ नहीं माना जाता है.
कितने प्रकार के होते हैं चंद्र ग्रहण
- पूर्ण चंद्र ग्रहण: पूर्ण चंद्र ग्रहण तब लगता है, जब पृथ्वी की छाया संपूर्ण चंद्रमा की सतह पर पड़ती है.
- आंशिक चंद्र ग्रहण: आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा का केवल एक ही हिस्सा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है. इसमें ऐसा लगता है कि चंद्र सतह से काट रहा और पृथ्वी की छाया चंद्रमा के उस भाग में काली दिखाई देती है, जोकि पृथ्वी के निकट होती है.
- पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण: इस तरह के ग्रहण में पृथ्वी की छाया का कुछ बाहरी भाग चंद्र सतह पर पड़ता है. यह ऊपर के दोनों ग्रहण से अलग होता है. ऐसे ग्रहण को देख पाना मुश्किल होता है.
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