(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chandrama:चंद्रमा किस राशि के लिए शुभ और किसके लिए हो जाता है अशुभ?
Chandrama: चंद्रमा की आज देशभर में चर्चा हो रही है. क्योंकि भारत का चंद्रयान-3 (chandrayaan-3) चांद पर लैंड करने जा रहा है. विज्ञान के साथ ज्योतिष में चंद्रमा का क्या महत्व है, जानते हैं.
Chandrama: ज्योतिष शास्त्र में जिन 9 ग्रहों की चर्चा प्रमुखता से की जाती है, उसमे एक चंद्रमा भी है. विज्ञान की दृष्टि में भलेही चंद्रमा को पृथ्वी का उपग्रह माना गया है. लेकिन ज्योतिष में इसे एक ग्रह की संज्ञा दी गई है. चंद्रमा का ज्योतिषीय महत्व क्या है, आइए जानते हैं-
भारत के प्राचीन ग्रथों में चंद्रमा का विस्तृत वर्णन मिलता है. माध्यन्दिनी संहिता, ऐतरेय ब्राह्मण, तैतिरीय संहिता, बृहत्संहिता, भागवत पुराण और ऋग्वेद आदि में भी चंद्रमा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है.
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का एक विशेष ग्रह माना गया है. इसे मन और माता का कारक बताया गया है. चंद्रमा को कर्क राशि का स्वामी माना गया है. कर्क राशि को राशि चक्र में चौथी राशि होने का स्थान प्राप्त है. वहीं वृषभ राशि को चंद्रमा की उच्च राशि और वृश्चिक राशि को इसकी नीच राशि माना गया है.
चंद्रमा के फल (Moon Results in Kundali)
कुंडली में मौजूद चंद्रमा की मजबूत स्थिति विशेष फल प्रदान करती है.चंद्रमा शुभ होने पर व्यक्ति को मान-सम्मान, ज्ञान और धन भी प्रदान करता है. चंद्रमा को चंचल भी कहा गया है. कुंडली में चंद्रमा शुभ होता है तो व्यक्ति खुशमिजाज होता है. दोस्ती करने में ऐसे लोगो माहिर होते हैं. ये चलते-फिरते किसी को भी मित्र बनाने का गुण रखते हैं.
चंद्रमा के अशुभ फल (Moon Inauspicious Effects)
चंद्रमा जब कमजोर, पाप ग्रह राहु, केतु, शनि से पीड़ित हो तो जीवन में बहुत बुरे परिणाम देखने को मिलते हैं. इसके साथ ही बुध और शुक्र ग्रह को चंद्रमा का शत्रु बताया गया है. चंद्रमा की सूर्य, मंगल और बृहस्पति ग्रह से मित्रता है. चंद्रमा जब राहु-केतु के संपर्क में आता है तो चंद्र ग्रहण लगता है. वहीं जब शनि के साथ युति बनाता है तो विश योग का निर्माण होता है.
कमजोर चंद्रमा के लक्षण (Weak Moon Symptoms)
कुंडली में चंद्रमा कमजोर या अशुभ होने पर पता लगाया जा सकता है. यदि थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो चंद्रमा की कमजोर स्थिति को जानकर समय रहते इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है-
- चंद्रमा जब कमजोर होता है तो व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचार आते हैं.
- मन में सदैव अज्ञात भय की स्थिति रहती है.
- चाहकर भी ऐसे व्यक्ति दूसरों का मना नहीं कर पाते हैं. जिस कारण ये तनाव से ग्रसित हो जाते हैं.
- चंद्रमा के अशुभ होने से मां का पूर्ण सहयोग प्राप्त नहीं हो पाता है. मां की सेहत को लेकर परेशानी बनी रहती है.
- सांस संबंधी परेशानी होती है, नजला जुकाम की स्थिति बनी रहती है.
- मित्रों से धोखा मिलता है.
- करियर में बाधा आती है.
- याददाश्त प्रभावित होती है. कई बार भ्रम की स्थिति रहती है.
- वाणी पर संयम नहीं रहता है.
चंद्रमा के उपाय (Chandrama Ke Upay)
- भगवान शिव जी की पूजा करने से चंद्रमा की अशुभता कम होती है.
- सोमवार के दिन व्रत रखने से भी चंद्रमा शुभ होता है.
- पूर्णिमा के दिन पवित्र नही में स्नान करना चाहिए.
- मां की सेवा करने से चंद्रमा बलशाली होता है.
चंद्रमा मे शक्तिशाली मंत्र (Chandrama Mantra)
- ॐ सों सोमाय नम:
- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:
- ॐ पद्मद्वाजय विद्महे हेमा रूपाय धीमहि तन्नो चंद्र: प्रचोदयात्
- दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव संभवम् नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणम्
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