Moon: कुंडली में चंद्रमा की संगत बदल देती है स्वभाव, साथ बैठे ग्रह के नेचर को धारण कर डालता है मन पर प्रभाव
Moon: ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है. चंंद्रमा एक महत्वपूर्ण ग्रह है. चंद्रमा जब अन्य ग्रहों के साथ युति बनाता है तो क्या प्रभाव पड़ता है, आइए जानते हैं.
Moon : कुंडली में चंद्र बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. चंद्र के कारण ही व्यक्ति का जन्म होता है. चंद्रमा मन पर आधिपत्य रखता है. कुंडली में चंद्रमा और उसकी संगत का बहुत महत्व होता है. जिसमें चंद्रमा का स्वरूप स्वच्छ, निर्मल, बड़े शरीर वाला, सफेद रंग बताया गया. इस ग्रह की राशि का व्यक्ति बड़ा ही शांत और कोमल होता है. चंद्रमा को एक ही राशि का स्वामित्व प्राप्त है, वह है कर्क राशि. कर्क राशि जलीय राशि है. जिस प्रकार जल स्वच्छ व शांत होता है, इस प्रकार इस राशि के व्यक्ति भी होते हैं परंतु जब कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो यही जल सब कुछ तहस-नहस कर देता है. उसी प्रकार इस राशि के लोग होते है. गुस्सा आने पर इनका भयंकर रूप नजर आता है. अब हम चंद्रमा के अन्य ग्रहों से युति के परिणामों की चर्चा करेंगे.
जिस प्रकार जल में किसी अन्य वस्तु के मिश्रण से जल उसी के समान रूप धारण कर लेता है. उसी प्रकार चंद्रमा की अन्य ग्रहों से युति उसी समान परिणाम देने वाली है जो निम्न प्रकार से हैं-
सूर्य के साथ चंद्र करे मन विचलित- सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है और चंद्रमा को रानी. जहां सूर्य को उग्र कहा जाता है, वहीं चंद्रमा को चंचल और सौम्य कहा जाता है. सूर्य आत्मा व चंद्रमा मन का कारक है. अतः सूर्य और चंद्रमा की युति होने पर व्यक्ति का मन विचलित होने लगता है. और व्यक्ति अपने आपको राजा के समान सर्वश्रेष्ठ समझने लगता है. वह कूटनीतिज्ञ होता है परंतु उसके मन में अहम् की भावना घर कर जाती है. व्यक्ति सरलता और नम्रता से किसी से बात नहीं करता है. इसके लिए व्यक्ति को चंद्रमा के उपाय करने चाहिए.
चंद्र के साथ मंगल बढ़ाए उग्रता - चंद्रमा की मंगल से युति होने पर व्यक्ति का मन उग्र प्रदर्शन करने लगता है. वाणी में शौर्यता का भाव आ जाता है. लक्ष्य को पाने की चाह प्रबल हो जाती है और व्यक्ति कुछ सोचे बिना परिणाम की इच्छा किए हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में लग जाता है. अचानक प्रतिक्रिया करते हैं. कभी-कभी इतना तीखा बोल जाते हैं कि सामने वाला बर्दाश्त नहीं कर पाता और वह इनका शत्रु बन जाता है. अग्नि और जल का जब एक साथ आता हैं, तो दोनों ही अपने गुण धर्म को खोते हैं किन्तु यहाँ चन्द्रमा की बात हो रही है तो अग्नि के प्रभाव से जल शीतलता को खोकर ताप धारण कर लेगा. जिस प्रकार ठंडा पानी और गर्म पानी का अन्तर है.
बुध के साथ चंद्रमा देता है बोलने का टैलेंट- बुध वाणी के कारक हैं. व्यक्ति कूटनीति पूर्ण कार्य करने लगता है. जिसका असर उसके कार्यों में भी दिखने लगता है. व्यक्ति कार्य सिद्ध करने के लिए अधिक बुद्धि लगाता है. व्यक्ति अपने हित के बारे में सोचने लगता है, तथा जो बातें उसके मन में होती हैं वह सबके सामने कहने से पीछे नहीं हटता है. ऐसे व्यक्ति अपने काम को जल्दी निपटाते हैं. मार्केटिंग स्किल्स होती है और यह हर परिस्थिति के अनुकूल आसानी से ढल जाते हैं. अपने को रिप्रेसेन्ट करने में सफल होते हैं.
गुरु के साथ चंद्र दे संस्कार और आत्मबल- गुरु स्वयं ही गुरु है. जो ज्ञान के कारक है. ऐसे व्यक्ति अपने ज्ञान को बांटने वाला होता है. यह आत्मबल से बलवान होते हैं. चंद्रमा के साथ गुरु होने से गजकेसरी योग का निर्माण होता है. गुरु के सानिध्य में चंद्रमा होने से मन संस्कार युक्त और मजबूत रहता है. गुरु के साथ मन होने से मन में भटकाव की स्थिति नहीं होती है. सही समय पर सही निर्णय लेने में सफल होते हैं. ध्यान रखें चंद्रमा मजबूत होने पर व्यक्ति का आत्मविश्वास सीमा से अधिक न हो जाए, जो आगे चलकर अहम के रूप में रूपांतरित हो. कुल मिलाकर ज्ञान देने के साथ-साथ ज्ञानार्जन की प्रक्रिया पर भी ध्यान रखना चाहिए.
शुक्र के साथ चंद्रमा बनाए आलसी- शुक्र आराम व सुख के कारक हैं. चंद्रमा और शुक्र की युति होने पर व्यक्ति का मन रचनात्मक कार्यों और चीजों के प्रति आकर्षित होने लगता है. व्यक्ति के मन में सुख प्राप्ति की इच्छा जाग्रत होने लगती है, जिस कारण वह थोड़ा सा आलसी हो जाता है. दिखावे की प्रवृत्ति होने लगती है लेकिन ऐसे व्यक्ति रचनात्मक प्रतिभा लिए होते है और सुंदर दिखते है. सफाई पसंद होते है और कला प्रेमी व सौंदर्य प्रेमी होते है. ऐसे व्यक्ति अक्सर सौंदर्य प्रसाधन से संबंधित क्षेत्र से जुड़े होते हैं. ये अच्छे कवि होते है, व जल्दी अपने गुणों से लोगो को प्रभावित कर देते हैं.
शनि के साथ चंद्रमा बनाए मेहनती- शनि न्यायप्रिय हैं और उन्हें झूठ पसंद नहीं है. ऐसे व्यक्ति अक्सर न्याय के क्षेत्र से जुड़ते है या नौकरी करते है. ये लोग बहुत मेहनती होते है परंतु कभी-कभी बहुत आलसी भी हो जाते है. ऐसे व्यक्ति लोगों को अच्छी तरह से न्याय का पाठ सिखाते हैं. इन लोगों को ज्यादा सफाई पसंद नहीं होती है. ऐसे व्यक्तियों को बहुत मेहनत करने पर ही परिणाम मिलता है परंतु कभी-कभी ऐसे लोग निराश भी हो जाते है. ये व्यक्ति दूसरों के धर्म को मानने वाले तथा अनुयायी होते है. ऐसे व्यक्ति न्याय करते समय सबके खिलाफ भी खड़े हो सकते है, चाहे वह अपने ही क्यों न हो.
राहु के साथ चंद्रमा करे भ्रमित- राहु और चंद्रमा की युति वाले व्यक्ति भ्रमित रहते हैं तथा इनके विरुद्ध या स्वयं षड्यंत्र करने लगते है. यानि अपने काम को पूरा करने के लिए राजनीति करते हैं. रहस्यमयी विद्याओं में पारंगत होते है और ये अपने से संबंधित विषयों को गहरी रुचि के साथ पढ़ते और समझते हैं. इनका मन भ्रमित सा रहता है. ऐसे व्यक्तियों को बहुत जल्दी भ्रम हो जाता है कि भूत प्रेत होते है या इन पर किसी ने कुछ किया है. ये अक्सर परेशानी से घिरे रहते है. ऐसे व्यक्ति अच्छे वैज्ञानिक होते हैं.
केतु के साथ चंद्रमा बनाए समझदार और ज्ञानी- केतु को मंगल जैसा कहा गया है. यह व्यक्ति को वैरागी बना देता है. ऐसे व्यक्ति जल्दी से प्रतिक्रिया करते है और बिना सोचे कार्य कर बैठते है और बाद में पछताते है. ऐसे व्यक्ति अच्छे ज्योतिषी साबित होते है. ये अपनी गलती से कुछ सीख लेते है. इनकी पूर्वाभाष अधिक होता है. केतु की प्रवृति काटने की है तो ये चाहे तो बुराई को भी समाप्त कर सकते है. ऐसे व्यक्ति अचानक कार्य करते है. कोई व्यक्ति इनके बारें में प्रेडिक्ट नहीं कर सकते कि ये कब क्या करेंगे.
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